Edited By Tanuja,Updated: 22 Aug, 2018 11:04 AM
बिंघमटन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने डाटा एनालिसिस से कॉर्पोरेट जगत में कम वेतन पाने वाले मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO ) को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया ...
सिडनीः सर्चर्स ने डाटा एनालिसिस से कॉर्पोरेट जगत में कम वेतन पाने वाले मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO ) को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। रिसर्च के अनुसार कम वेतन पाने वाले CEO कर्मचारियों की छंटनी करने के मामले में अधिक वेतन पाने वाले CEO की तुलना में चार गुना अधिक सक्रिय हो सकते हैं। इस एनालिसिस में आईटी उद्योग, उपभोक्ता क्षेत्र और वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनियों में 1992-2014 के बीच CEO के वेतन और छंटनी की घोषणाएं शामिल हैं।
बिंघमटन यूनिवर्सिटी ने अध्ययन के लिए एसएंडपी-500 सूची की कंपनियों को शामिल किया गया। विश्लेषकों ने छंटनी के लिए विभिन्न कारकों जैसे उद्योगों की स्थितियां, कंपनी के आकार, कंपनी के प्रदर्शन को ज़िम्मेदार माना है। विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक स्कॉट बेंटले ने कहा, 'रणनीतिक निर्णयों के मामले में छटनी करने का निर्णय सबसे आसान है। इससे CEO का वेतन बढ़ सकता है क्योंकि उसी के पास छटनी का अधिकार होता है।'
इस निर्णय में विलय या अधिग्रहण जैसे अन्य फैसलों में छटनी के लिए आमतौर पर शेयरधारक, निदेशक मंडल और नियामक की मंजूरी की ज़रूरत नहीं होती है और रातो-रात छटनी को अंजाम दिया जा सकता है। बेंटवे ने कहा कि CEO भी कंपनी के दूसरे कर्मचारियों की तरह होता है और वो अपने वेतन की तुलना अपने आसपास काम करने वाले दूसरे लोगों से करता है।