Edited By Tanuja,Updated: 09 Jan, 2019 05:50 PM
चीन द्वारा द्वीप पर कब्जा जमाने के नए खतरों के बीच ताइवान की सेना ने बुधवार को इस साल बड़े पैमाने पर नई रूपरेखा वाले सैन्य अभ्यासों की घोषणा की। आधिकारिक सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने रक्षा मंत्रालय के योजना प्रमुख मेजर जनरल...
ताइपेः चीन द्वारा द्वीप पर कब्जा जमाने के नए खतरों के बीच ताइवान की सेना ने बुधवार को इस साल बड़े पैमाने पर नई रूपरेखा वाले सैन्य अभ्यासों की घोषणा की। आधिकारिक सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने रक्षा मंत्रालय के योजना प्रमुख मेजर जनरल येह क्यो-हुइ के हवाले से कहा कि ताइवान के सशस्त्र बल नियमित तौर पर ऐसे अभ्यास करते रहते हैं लेकिन इस बार के अभ्यास चीन के संभावित हमले के खिलाफ रक्षा करने के नए युद्ध कौशलों पर आधारित है।
चीन इस स्व शासित द्वीप पर अपना दावा जताता है। ताइवान 1949 में गृह युद्ध के समय मुख्य भूभाग से अलग हो गया था। चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग ने दो जनवरी को ताइवान को दिए संदेश में बल का इस्तेमाल करने की धमकी देते हुए कहा था कि अगर जरुरत पड़ी तो वह बाहरी ताकतों का मुकाबला करने के लिए इस अधिकार का इस्तेमाल कर सकता है। हालांकि शी ने अमेरिका का नाम नहीं लिया लेकिन अमेरिका ताइवान को हथियारों की आपूर्ति करने वाला मुख्य देश है और वह ताइवान के खिलाफ खतरों का जवाब देने के लिए कानूनी तौर पर बाध्य है।