Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Sep, 2017 02:37 PM
ताइवान के एक लोकतांत्रिक कार्यकर्ता पर चीन सरकार के तख्तापलट की कोशिश के आरोप में आज मुकदमा शुरू किया गया। इस घटनाक्रम से दोनों देशों के संबंधों में और कड़वाहट ...
बीजिंग: ताइवान के एक लोकतांत्रिक कार्यकर्ता पर चीन सरकार के तख्तापलट की कोशिश के आरोप में आज मुकदमा शुरू किया गया। इस घटनाक्रम से दोनों देशों के संबंधों में और कड़वाहट आ गईं है।
उल्लेखनीय है कि मार्च माह के दौरान एक गैर सरकारी संगठन के कार्यकर्ता ली मिंग-चेह को चीन की मुख्य भूमि की यात्रा के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था। सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों के मुताबिक इस कार्यकर्ता के समर्थक हुनान प्रांत के यूएंग शहर में अदालत के बाहर एकत्र हुए। यूएंग की अदालत के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इस मुकदमे का सीधा प्रसारण किया गया,जिसमें कहा गया कि ली पर ‘‘देश की सत्ता को चुनौती देने’’ के आरोपों में मुकदमा चलाया जा रहा है। इस मुकदमे की सुनवाई देखने के लिए कार्यकर्ता की पत्नी और मां भी हुनान पहुंचीं।सुनवाई के लिए अदालत पहुंचीं इन दोनों महिलाओं के साथ ताइवान के अर्ध-सरकारी स्ट्रेट्स एक्सचेंज फाउंडेशन के कई अधिकारी थे।
एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक ली लंबे समय से सिविल सोसाइटी संगठनों और चीन में कार्यकर्ताओं का समर्थन करते रहे हैं। ताइवान एसोसिएशन फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि ली कई साल से अपने चीनी दोस्तों से ताइवान के लोकतांत्रिक अनुभवों को ऑनलाइन साझा करते थे और अक्सर उन्हें किताबें भी भेजा करते थे। ली के गायब होने के बाद चीनी अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाली संदिग्ध गतिविधियों के कारण उनके बारे में जांच की जा रही है। इसके बाद बीजिंग लगातार ली के बारे में जानकारी देने और उनके खिलाफ आरोपों का ब्यौरा देने के ताइपे के अनुरोधों की अनदेखी करता रहा।