Edited By Tanuja,Updated: 28 Jul, 2021 12:57 PM
अफगानिस्तान पर कब्जे के लिए तालिबान हर सीमा को पार करता जा रहा है। सेना के साथ भिड़ने के अलावा तालिबानी आंतकी बेकसूर आम जनता की जान के दुश्मन बने हुए...
काबुलः अफगानिस्तान पर कब्जे के लिए तालिबान हर सीमा को पार करता जा रहा है। सेना के साथ भिड़ने के अलावा तालिबानी आंतकी बेकसूर आम जनता की जान के दुश्मन बने हुए हैं। तालिबान का कहर कलाकारों पर भी टूटने लगा है। तालिबानी आतंकियों ने लोकप्रिय कॉमेडियन नजर मोहम्मद उर्फ खाशा का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी। आतंकियों ने उनकी हत्या करने से पहले उन्हें थप्पड़ मारने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जो तेजी से वायरल हो रहा है। भावुक करने वाला ये वीडियो देख लोगों के आंसू निकल रहे हैं।
वीडियो को ईरान इंटरनेशनल के एक वरिष्ठ संवाददाता तजुदेन सोरौश ने 27 जुलाई को अपने ट्विटर पर शेयर किया है। वीडियो में बंदूक लिए तालिबानी आतंकवादियों को खाशा को कई बार थप्पड़ मारते हुए देखा जा सकता है। तजुदेन सोरौश ने वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि , “इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कंधारी कॉमेडियन खाशा का पहले तालिबानी आतंकियों ने अपहरण किया। फिर इसके बाद आतंकियों ने उन्हें कार के अंदर कई बार थप्पड़ मारे और अंत में उनकी जान ले ली।” स्थानीय मीडिया के अनुसार कंधार प्रांत से ताल्लुक रखने वाले कॉमेडियन को आतंकी पिछले हफ्ते उनके घर से घसीटते हुए बाहर लाए और फिर पेड़ से बांधकर उनकी हत्या कर दी।
खबरों के मुताबिक, आतंकी सूबे में सरकारी कर्मचारियों की तलाश में घर-घर जा रहे थे। गुरुवार 22 जुलाई को उन्होंने खाशा को पकड़कर एक पेड़ पर बांध दिया और उनका गला काट दिया। स्थानीय पुलिस के रूप में काम करने वाले कॉमेडियन का कटा हुआ गला जमीन पर पड़ा हुआ मिला। एएनआई के अनुसार, कंधार पुलिस में सेवा देने वाले कॉमेडियन के परिवार ने हत्या के लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहराया था। हमेशा की तरह तालिबान ने हत्या की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया।
वहीं अफगानिस्तान में अमेरिका के युद्ध को खत्म करने के अपने प्रशासन के प्रयासों का उल्लेख करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना का अभियान 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगा। ज्यादातर सैनिकों की वापसी हो चुकी है। सैनिकों की वापसी सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ रहा है और इस अभियान में ‘गति ही सुरक्षा’ है की नीति का पालन किया जा रहा है। जबकि तालिबान का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है और उसने पहले ही कई प्रमुख सीमाओं पर कब्ज़ा कर लिया है। अफगान अधिकारियों ने पाकिस्तान पर तालिबान आतंकवादियों को पनाह देने और उनकी सहायता करने का आरोप लगाया है।