Edited By Tanuja,Updated: 26 May, 2022 01:29 PM
मानवीय और गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे अफगानिस्तान में जल्द ही फिर से हवाई यात्रा शुरू हो सकती है। सत्ताधारी तालिबान...
इंटरनेशनल डेस्कः मानवीय और गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे अफगानिस्तान में जल्द ही फिर से हवाई यात्रा शुरू हो सकती है। सत्ताधारी तालिबान सरकार ने एयरपोर्ट चलाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ समझौता किया है। संयुक्त अरब अमीरात, तुर्की और कतर के साथ महीनों की बातचीत के बाद मंगलवार को तालिबान के परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि तालिबान ने अफगानिस्तान में हवाई अड्डों के परिचालन के लिए संयुक्त अरब अमीरात के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
तालिबान ने कहा कि उन्होंने अबू धाबी स्थित जीएएसी सॉल्यूशंस को हेरात, काबुल और कंधार में हवाई अड्डों का प्रबंधन करने की अनुमति देने के लिए यह डील की है। तालिबान के परिवहन और नागरिक उड्डयन उप मंत्री गुलाम जेलानी वफा ने मंगलवार को पहले उप प्रधान मंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की उपस्थिति में GAAC निगम के प्रतिनिधि के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
GAAC Corporation एक बहुराष्ट्रीय फर्म है जो संयुक्त अरब अमीरात में विमानन सेवाएं प्रदान करती है।" कॉन्ट्रैक्ट साइनिंग इवेंट में मुल्ला बरादर ने कहा कि देश की सुरक्षा मजबूत है और इस्लामिक अमीरात विदेशी निवेशकों के साथ काम करने को तैयार है। बरादर ने कहा कि इस सौदे पर हस्ताक्षर के साथ, सभी विदेशी एयरलाइंस सुरक्षित और भरोसेमंद रूप से अफगानिस्तान के लिए उड़ान भरना शुरू कर देंगी। परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री गुलाम जेलानी वफा ने कहा, "जब हम एक गंभीर और आपातकालीन स्थिति में थे, यूएई ने तकनीकी सहायता और मुफ्त टर्मिनल मुरम्मत में हमारी सहायता की।