Edited By Isha,Updated: 13 Nov, 2018 03:23 PM
देश के बड़े कारोबारी समूहों में शुमार टाटा संस (Tata Sons) जेट एयरवेज (Jet Airways) में बहुलांश हिस्सेदारी लेने पर विचार कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टाटा संस की तरफ से चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर सौरभ अग्रवाल बातचीत कर रहे हैं, वहीं जेट एयरवेज...
नई दिल्लीः देश के बड़े कारोबारी समूहों में शुमार टाटा संस (Tata Sons) जेट एयरवेज (Jet Airways) में बहुलांश हिस्सेदारी लेने पर विचार कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टाटा संस की तरफ से चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर सौरभ अग्रवाल बातचीत कर रहे हैं, वहीं जेट एयरवेज की तरफ से कंपनी चेयरमैन नरेश अग्रवाल बातचीत कर रहे हैं। रिपार्ट्स के मुताबिक, ‘टाटा संस की एक टीम जेट एयरवेज पर विचार कर रही है, जिसके अगले कुछ सप्ताह तक जारी रहने का अनुमान है’ हालांकि टाटा संस या जेट एयरवेज की तरफ से इस खबर पर कोई टिप्पणी नहीं मिली है।
जेट एयरवेज को सितंबर, 2018 में समाप्त तिमाही में 1,261 करोड़ रुपए का शुद्ध एकीकृत घाटा हुआ है, जबकि बीते साल समान अवधि के दौरान कंपनी को 71 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। उधर, भारत की एक अन्य लीडिंग एविएशन कंपनी इंडिगो को भी इस अवधि में 652.13 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 551.56 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। तीसरी तिमाही में घाटा दर्ज करने के बाद कर्ज के बोझ से दबी जेट एयरवेज ने कहा था कि कॉस्ट घटाने और कमाई बढ़ाने की कोशिशों के तहत उसकी कम प्रॉफिट वाले रूट्स पर फ्लाइट्स की संख्या में कटौती और ज्यादा आकर्षक बाजारों में क्षमता बढ़ाने की योजना है।