Edited By Tanuja,Updated: 03 Feb, 2020 12:36 PM
Coronavirus Ki Dava: चीन में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप ने पूरी दुनिया में हडकंप मचा रखा है। अब तक 17387 हजार से ज्यादा लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं...
इंटरनेशनल डेस्कः चीन में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप ने पूरी दुनिया में हडकंप मचा रखा है। अब तक 17387 हजार से ज्यादा लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें से 17 हजार के करीब संक्रमित चीन में ही है। इसे लेकर WHO ने अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य एमरजेंसी भी घोषित कर दी है। हालांकि इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है कि कोरोनावायरस की दवा (Coronavirus Medicine) बना ली गई है।
दावा किया जा रहा है कि इस दवा से 48 घंटों में मरीज ठीक हो जाएगा। कोरोनावायरस से ग्रसित कई लोगों की मौत के बाद दुनिया के बड़े और तकनीकी सुविधाओं से लैस देश इस वायरस की दवा की खोज में लगे हैं। हालाँकि इससे पहले कि वह कोई कारगार दवाई बना पाते, एक छोटे से देश ने न केवल नई दवा को इजाद कर लिया बल्कि दावा किया है कि ये भयानकर बीमारी को चंद घंटों में ठीक भी कर सकते हैं।
छोटे से देश की बड़ी सफलता
जानकारी के मुताबिक़, थाईलैंड के डॉक्टरों ने कोरोना की कारगर दवाई बनाई है। इस बारे में थाईलैंड के डॉक्टर क्रिएनसाक अतिपॉर्नवानिच ने बताया कि उन्हें इस दवा को 71 साल की एक महिला मरीज पर इस्तेमाल करके देखा गया है। नई दवा से महिला 12 घंटे में बिस्तर से उठ कर बैठ गई व 48 घंटों में ठीक हो गई। बताया गया कि मरीज महिला हिल भी न सकती थी, लेकिन अब वह 90 फीसदी तक सेहतमंद हो गई है। डॉक्टरों का दावा है कि कुछ ही दिन में महिला को पूरी तरीके से ठीक होने के बाद घर भी भेज दिया जाएगा।
HIV की दवा से बनाई कोरोना की दवा
जानकारी के मुताबिक़, थाईलैंड के डॉक्टरों ने इस दवा को कई अन्य दवाओं के मिश्रण से बनाया है। जिसमें टी-फ्लू ड्रग ओसेल्टामिविर को लोपिनाविर और रिटोनाविर का भी इस्तेमाल हुआ है। वहीं इस नई दवा को कारगर साबित करने के लिए डॉक्टर लैब में परीक्षण भी कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक़, HIV के इलाज के लिए उपयोग में लाइ जाने वाले दवाई लोपिनाविर और रिटोनाविर का कोरोना वायरस के इलाज में इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसे अन्य दवाइयों के साथ मिला कर नई दवा बनाई गई है।
नई दवा का परिक्षण जारी
थाईलैंड की सरकार ने दवा को अपने केंद्रीय प्रयोगशाला में और मजबूत व सटीक बनाने के लिए भेजा है। अगर यह दवा प्रयोगशाला के परीक्षणों में सफल उतरती है, तो इसे कोरोनावायरस की पहली सफल दवाई मानी जाएगी। गौरतलब है कि थाईलैंड में भी अब तक कोरोना के कुल 19 मरीज सामने आए हैं। इनमें से आठ मरीजों को 14 दिनों में ठीक करके उनके घर भेजा जा चुका है। वहीं अन्य 11 मरीजों का इलाज अब भी अस्पताल में हो रहा है। नई दवा से इन्हें भी ठीक करने का दावा किया जा रहा है।