Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Mar, 2018 11:20 AM
चीन की सरकार इंटरनेट और सोशल मीडिया पर हमेशा ही कड़ी निगरानी रखती रही है और अब सरकार ने अपनी सेंसरशिप की नीति को आगे बढ़ाते हुए एक और फ़रमान जारी किया है। चीन के मीडिया नियामक ने कहा है कि
बीजिंगः चीन की सरकार इंटरनेट और सोशल मीडिया पर हमेशा ही कड़ी निगरानी रखती रही है और अब सरकार ने अपनी सेंसरशिप की नीति को आगे बढ़ाते हुए एक और फ़रमान जारी किया है। चीन के मीडिया नियामक ने कहा है कि अगर आगे से पैरोडी वीडियो बनाने वालों के ख़िलाफ कार्रवाई होगी। इसमें कहा गया है कि ऐसी वीडियो वेबसाइट प्रतिबंधित की जा रही हैं जिनमें प्राचीन साहित्य या कला का स्वरुप बिगाड़ने वाले स्पूफ़ वीडियो होंगे।
टीवी, रेडियो, ऑनलाइन कार्यक्रमों के वीडियो में बदलाव कर बनाए गए वीडियो पर भी प्रतिबंध होगा। चीन के ब्लॉगर्स लगातार स्पूफ़ वीडियो बना रहे हैं, जिनमें सरकारी मीडिया और वर्तमान घटनाओं की खिल्ली उड़ाई जाती है। चीन का इंटरनेट पर काफ़ी नियंत्रण है लेकिन फिर भी सोशल मीडिया के यूज़र्स इन प्रतिबंधों को दरकिनार करने की कोशिश करते रहते हैं।
स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ प्रेस, पब्लिकेशन, रेडियो, फिल्म और टेलीविज़न के एक नए दिशा-निर्देश में कहा गया है कि जिन वीडियो को एडिट किया गया है या उसके असली मतलब को ही बदल दिया गया है, उन वीडियो को प्रसारित नहीं किया जाएगा। इसमें आगे कहा गया है, ''हाल के समय में कुछ ऑनलाइन सामग्रियों में बहुत-सी समस्याएं आई हैं जिसकी वजह से समाज पर बहुत ही ग़लत असर पड़ा है।''