Edited By Isha,Updated: 19 Apr, 2018 11:16 AM
दोस्ती एक एेसा एहसास है जो किसी चीज की मोहताज नहीं होती फिर चाहे वो किसी जानवर से हो या इंसान से । ऐसा ही एक मामला जापान में सामने आया है जहां एक मछली और एक स्कूबा डाइवर की बीच पिछले
टोक्योः दोस्ती एक एेसा एहसास है जो किसी चीज की मोहताज नहीं होती फिर चाहे वो किसी जानवर से हो या इंसान से । ऐसा ही एक मामला जापान में सामने आया है जहां एक मछली और एक स्कूबा डाइवर की बीच पिछले 30 सालों से गहरी दोस्ती है।
इसमें खास बात यही है इस मछली का चेहरा इंसानों की तरह दिखता है। यह मछली योरिका कही जाती है जिसे कोबुडाई के नाम से पुकारा जाता है। 15 किलो वजनी इस मछली की दोस्ती 79 साल के हिरोयुकी अराकावा से है। हिरोयुकी की इससे पहली मुलाकात तब हुई जब उन्हें समुद्र में शिन्तो धर्म का सम्मान करने वाली पनडुब्बी तीर्थ तक गोता लगाने का काम सौंपा गया।
यह गहराई लगभग 56 फीट की थी। यहां मछली फंसी हुई थी और उसे खाने के लिए कुछ नहीं मिल रहा था। इसके बाद हिरोयुकी लगातार 5-10 दिनों तक खाना खिलाते रहे। इसके बाद से ही इन दोनों की दोस्ती गहरी होती गई। अब जब भी हिरोयुकी मजार तक जाते हैं दोनों की मुलाकात हो जाती है। हिरोयुकी के अनुसार मुझे लगता है उसे पता है कि मैंने उसकी जान बचाई थी जब वो गंभीर रूप से घायल थी।