Edited By Pardeep,Updated: 08 Jul, 2019 11:24 PM
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने सोमवार को कहा कि वह युद्धग्रस्त यमन में अपने सैनिकों की संख्या कम कर "पहले सेना" की रणनीति की जगह "पहले शांति" की नीति की ओर बढ़ रहा है। यूएई यमन में राष्ट्रपति अब्दरब्बू मंसूर हादी की सरकार के समर्थन में ईरान समर्थित...
दुबईः संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने सोमवार को कहा कि वह युद्धग्रस्त यमन में अपने सैनिकों की संख्या कम कर "पहले सेना" की रणनीति की जगह "पहले शांति" की नीति की ओर बढ़ रहा है।
यूएई यमन में राष्ट्रपति अब्दरब्बू मंसूर हादी की सरकार के समर्थन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ हमले कर रहे सऊदी नीत सैन्य गठबंधन में अहम साझेदार है। यूएई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम सामरिक और रणनीतिक कारणों से अपने सैनिकों की संख्या कम कर रहे हैं।
उन्होंने, "यह फैसला बहुत हद तक 'पहले सेना' की रणनीति से 'पहले शांति' की नीति की ओर बढ़ने के तहत लिया गया है।" अधिकारी ने यमन सरकार और सऊदी अरब को संयुक्त अरब अमीरात की ओर से समर्थन जारी रहने की बात दोहराई।