Edited By Pardeep,Updated: 02 Jul, 2019 11:08 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अप्रत्याशित घोषणा से लगता है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी निर्धारित समय सीमा से पहले भी हो सकती है। उन्होंने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब कतर में सात-आठ जुलाई को सर्व अफगान शांति शिखर वार्ता होनी...
इस्लामाबादः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अप्रत्याशित घोषणा से लगता है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी निर्धारित समय सीमा से पहले भी हो सकती है। उन्होंने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब कतर में सात-आठ जुलाई को सर्व अफगान शांति शिखर वार्ता होनी है। यह सम्मेलन जाहिर तौर पर तालिबान की शर्तों पर हो रहा है क्योंकि इसमें अफगान सरकार का कोई अधिकारी नहीं होगा।
ट्रंप ने सोमवार रात को कहा कि अमेरिकी के करीब आधे सैनिकों को पहले ही वापस बुला लिया गया है। अमेरिका के शांति दूत ज़लमय खलीलज़ाद द्वारा समय सीमा पर की जा रही बातचीत के हिस्से के रूप में सैनिकों की वापसी की घोषणा किए जाने की उम्मीद थी। खलीलज़ाद कतर में तालिबान के साथ बातचीत के केंद्र में हैं।
ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि सारे सैनिकों को वापस बुला लिया जाए। काफी को वापस बुला लिया गया है। वहां हमारे 16,000 सैनिक थे। हमने इनकी संख्या घटाकर नौ हजार कर दी है, जिसे बहुत सारे लोग नहीं जानते हैं। उन्होंने कहा कि हमने अफगानिस्तान में बल को बहुत कम कर दिया है जिसके बारे में मैं ज्यादा बात नहीं करता। कतर की राजधानी दोहा में तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि खलीलज़ाद के साथ बातचीत अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो सैनिकों की वापसी की समय सारिणी पर केंद्रित हैं।