Edited By ,Updated: 21 Dec, 2016 11:44 AM
भारत के उत्तर पूर्व में नागालैंड की सीमा में मोन नाम का एक जिला है और इसी जिले में एक बहुत बड़ा गांव है...
म्यांमारः भारत के उत्तर पूर्व में नागालैंड की सीमा में मोन नाम का एक जिला है और इसी जिले में एक बहुत बड़ा गांव है, लोंग्वा।यह वह गांव है जहां के लोग बिना वीजा के ही विदेश की यात्रा करते हैं। दरअसल लोंगवा गांव म्यांमार की सीमा से सिर्फ 45 किलोमीटर की दूरी पर है। इस गांव की खासियत यह है कि म्यांमार और भारत को विभाजित करने वाले सीमा पर इस गांव के मुखिया का घर है।
मुखिया के घर के बीच से होकर सीमा का बंटवारा हो रखा है जिस कराण इस गांव के मुखिया का आधा घर भारत में है और आधा घर म्यांमार में है। लोंग्वा गांव के दाईं तरफ म्यांमार है और बाईं तरफ भारत है।यहां के लोगों में काफी एकता है और एक दूसरे से काफी मिल जुल कर रहते हैं। भाईचारे की इसी भावना के कारण इनको दोनों देशों की नागरिकता प्राप्त है। म्यांमार के लोग 2 अलग-अलग देशों में एक होकर रहते हैं।