Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 12:51 AM
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने स्वीकार किया किया कि तमिल टाइगरों के साथ तीन दशक लंबे समय तक चले गृह युद्ध के दौरान राजनेताओं के इशारे पर कुछ सैनिकों ने युद्धापराध किया था। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति...
कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने स्वीकार किया किया कि तमिल टाइगरों के साथ तीन दशक लंबे समय तक चले गृह युद्ध के दौरान राजनेताओं के इशारे पर कुछ सैनिकों ने युद्धापराध किया था। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति महिन्द्रा राजपक्षे के शासन काल के दौरान 2009 में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम को परास्त करने के साथ क्रूर संघर्ष समाप्त हो गया था जिसमें सुरक्षा बलों के हाथों 40,000 नागरिक मारे गए थे।
एलटीटीई ने करीब तीन दशक तक अलगाववादी अभियान चलाया था जिसके कारण श्रीलंकाई सुरक्षा बलों के साथ एक खूनी संघर्ष हुआ था। सिरिसेना ने पहले सैनिकों के खिलाफ लगे युद्ध अपराधों के आरोपों से उन्हें बचाने का वादा किया था।