Edited By Tanuja,Updated: 10 Dec, 2018 01:58 PM
ब्रिटेन संसद में मंगलवार को ब्रेक्जिट पर होने वाले महत्वपूर्ण मतदान से पहले यूरोपीय यूनियन से इंगलैंड के अलग होने और उसमें बने रहने के समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं...
लंदनः ब्रिटेन संसद में मंगलवार को ब्रेक्जिट पर होने वाले महत्वपूर्ण मतदान से पहले यूरोपीय यूनियन से इंगलैंड के अलग होने और उसमें बने रहने के समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच लंदन की सड़कों पर दोनों मतों के लोगों ने हाथों में मांगों की तख्तियां लेकर मार्च किया। इस बीच प्रधानमंत्री थरेसा मे ने कहा है कि संसद ने ब्रेक्जिट डील को नकारा तो सरकार गिर जाएगी और विपक्षी लेबर पार्टी को सत्ता में आने का मौका मिल सकता है।
सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के कुछ सांसदों की सरकार के कदमों से नाइत्तेफाकी के चलते प्रधानमंत्री आशंकित हैं। ये सांसद ब्रेक्जिट के मौजूदा मसौदे को अच्छा नहीं मानते, वे इसमें कुछ बदलाव की मांग कर रहे हैं। ब्रेक्जिट ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से अलग होने की प्रक्रिया है। इसी मुद्दे पर थरेसा प्रधानमंत्री बनी हैं। टेरीजा ने नवंबर में ब्रसेल्स में अलगाव से संबंधित एक महत्वपूर्ण दस्तावेज पर दस्तखत किए थे। अब उन्हें डर सता रहा है कि संसद इस प्रक्रिया को नकार सकती है।
ऐसे में सरकार भ्रम की स्थिति का शिकार हो जाएगी और उसकी विश्वसनीयता भी प्रभावित होगी। लेकिन ब्रिटेन के ब्रेक्जिट से जुड़े मामलों के मंत्री स्टीफन बर्कले ने कहा है कि संसद में इस मुद्दे पर मंगलवार को मतदान कराया जाएगा। प्रस्ताव से संबंधित मसौदा दो साल की गंभीर बातचीत के बाद तैयार किया गया है और संसद में प्रस्तावित मतदान ब्रेक्जिट की अंतिम तारीख 29 मार्च, 2019 से चार महीने पहले हो रही है। ऐसे में देश को असमंजस में फंसाने की कोई वजह नहीं बनती।