Edited By Seema Sharma,Updated: 31 Mar, 2019 12:12 PM
ब्रेक्जिट को लेकर शुक्रवार को तीसरी बार संसद में मुंह की खाने के बाद थैरेसा मे सरकार एक बार फिर अपना प्रस्ताव लेकर सांसदों के समक्ष जा सकती है। थैरेसा की कंजर्वेटिव पार्टी के अध्यक्ष ब्रैंडन लेविस ने कहा है कि ब्रेग्जिट (यूरोपीय यूनियन से अलगाव) को...
लंदन: ब्रेक्जिट को लेकर शुक्रवार को तीसरी बार संसद में मुंह की खाने के बाद थैरेसा मे सरकार एक बार फिर अपना प्रस्ताव लेकर सांसदों के समक्ष जा सकती है। थैरेसा की कंजर्वेटिव पार्टी के अध्यक्ष ब्रैंडन लेविस ने कहा है कि ब्रेग्जिट (यूरोपीय यूनियन से अलगाव) को लेकर सभी विकल्प खुले हुए हैं। इस बीच मीडिया में चर्चा है कि थैरेसा जल्द ही अपने पद से इस्तीफा दे सकती हैं और अंतरिम प्रधानमंत्री को सरकार का चौथा ब्रेग्जिट मसौदा पेश करने का मौका दिया जा सकता है। इससे ब्रेक्जिट को लेकर निर्धारित प्रक्रिया थोड़ा और टल सकती है। फिलहाल यह तिथि 22 मई निर्धारित की गई है। ब्रिटेन में ब्रेग्जिट को लेकर सरगर्मियां चरम पर हैं।
यूरोपीय यूनियन (ई.यू.) से अलगाव को लेकर लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। ब्रेक्जिट के समर्थकों और विरोधियों के बीच अजीब द्वंद्व चल रहा है। दोनों ही पक्ष सड़क पर उतरकर अपनी ताकत का प्रदर्शन कर चुके हैं। इतना ही नहीं ब्रिटेन में भारतीय मूल की 2 सांसदों प्रीति पटेल और स्वेला ब्रेवर्मन ने भी थैरेसा सरकार के ब्रेग्जिट प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। दोनों थैरेसा की कंजर्वेटिव पार्टी की ही सांसद हैं। दोनों कड़ी शर्तों के साथ ब्रेग्जिट चाहती हैं। सांसद प्रीति गुजरात व स्वेला ब्रेवर्मन गोवा मूल की निवासी हैं।
चंद रोज में पेश करना होगा मसौदा
ई.यू. ने ब्रिटेन से ब्रेग्जिट प्रस्ताव मिलने की तारीख 12 अप्रैल तय कर रखी है। इसके बाद वह प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा। इस लिहाज से ब्रिटेन सरकार को चंद रोज में संसद में चौथी बार मसौदा प्रस्ताव पेश करने की तारीख का ऐलान करना पड़ सकता है।