Edited By ,Updated: 15 May, 2017 09:48 PM
चीन के एक प्रमुख सुरक्षा सॉफ्टवेयर प्रदाता ने कहा कि वैश्विक रैंसमवेयर हमले में देश....
शंघाई: चीन के एक प्रमुख सुरक्षा सॉफ्टवेयर प्रदाता ने कहा कि वैश्विक रैंसमवेयर हमले में देश में सरकारी एजेंसियों सहित करीब 30,000 संस्थानों के कंप्यूटर प्रभावित हुए। हालांकि हमले में एशिया उतना प्रभावित नहीं हुआ है। रैंसमवेयर एक तरह का सॉफ्टवेयर होता है जिसके चपेट में आने पर कंप्यूटर सिस्टम तब तक काम करना बंद कर देते हैं जबतक कि इसे हटाने के लिए पैसे ना दिए जाएं।
चीन के प्रमुख एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर आपूर्तिकर्ताओं में शामिल किहू 360 के इंटरप्राइज सेक्युरिटी डिवीजन ने कहा कि शनिवार देर शाम तक हमले से करीब 29,372 संस्थान प्रभावित हुए थे जिनमें सरकारी कार्यालय, विश्वविद्यालय, एटीएम और अस्पताल शामिल हैं। रविवार को कंपनी ने एक बयान में कहा कि रैंसमवेयर उच्च शिक्षा के जरिए तेजी से फैला जिससे 4,000 से अधिक चीनी विश्वविद्यालय एवं शोध संस्थान प्रभावित हुए। कंपनी ने किसी तरह के नुकसान के स्तर की ज्यादा जानकारी नहीं दी, चीन की सरकार ने भी स्थिति को लेकर ज्यादा कुछ नहीं कहा है। दुनिया भर में लोगों के सोमवार से काम का हफ्ता शुरु करने के बीच सरकारें, कंपनियां एवं कंप्यूटर विशेषज्ञ वैश्विक साइबर हमले की स्थिति और खराब होने की आशंका को लेकर चिंतित रहे।
हालांकि एेसा लग रहा है कि एशिया में किसी तरह की बड़ी क्षति नहीं हुई है। शुक्रवार को हमला शुरु हुआ था और दुनिया भर के बैंक, अस्पताल और सरकारी एजेंसियां इसकी चपेट में आ गए। यह हमलामाइकोसॉफ्ट के पुराने कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम की कमजोरियों का फायदा उठाकर किया गया। चीन के सरकारी मीडिया ने सोमवार को चीन के आधिकारिक साइबरस्पेस एडमिनिस्ट्रेशन के हवाले से कहा कि हमला अब भी देश में फैल रहा है लेकिन काफी हद तक इसका प्रभाव कम हुआ है। एडमिनिस्ट्रेशन ने कंप्यूटर का इस्तेमाल करने वाले लोगों से एहतियाती उपाय के तौर पर अपना सेक्युरिटी सॉफ्टवेयर अपग्रेड करने को कहा। हमले से चीन के इंटरनेट सेक्युरिटी कंपनियों के शेयरों की कीमत में उछाल आ गया है।