Edited By Tanuja,Updated: 15 Apr, 2020 02:31 PM
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में शामिल स्पेन में लॉकडाउन के प्रतिबंधों में आंशिक छूट देने के बाद जिंदगी की रफ्तार शुरू हो गई...
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में शामिल स्पेन में लॉकडाउन के प्रतिबंधों में आंशिक छूट देने के बाद जिंदगी की रफ्तार शुरू हो गई। लॉकडाउन में ढील के बाद यहां सोमवार को मैड्रिड में गैरजरूरी सेवाओं में लगे तीन लाख लोग अपने काम पर लौटे। यह जानकारी मैड्रिड के रीजनल गवर्नर ने दी। स्पेन कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में है जहां संक्रमित लोगों की संख्या 1.7 लाख से अधिक है । यूरोप में कोरोना के सबसे अधिक पॉजिटिव केस स्पेन में ही दर्ज किए गए हैं जिसने इटली को भी पीछे छोड़ दिया है। यहां अब तक 18,150 लोगों की मौत हुई है।
स्पेन ने लॉकडाउन में दी थोड़ी छूट, काम पर लौटे 3 लाख लोग स्पेन में लॉकडाउन में छूट देने के बाद विपक्षी पार्टियां हमलावर हो गई हैं। उन्होंने इसे गैरजिम्मेदाराना कदम बताया है। स्पेन में मरने वालों का आंकड़ा 18 हजार को पार कर गया है हालांकि, छूट से कई धड़ों में आशंका जताई जा रही है। स्पेन के जरनल वर्कर्स यूनियन ने सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। इस यूनियन के देशभर में 9.4 लाख सदस्य हैं। इसने कंपनियों से कहा है कि वे अपने कर्मचारियों को सुरक्षा के उपकरण उपलब्ध कराएं। वहीं, कुछ विपक्षी पार्टियां और राजनेता भी छूट पर सवाल उठा रहे हैं। कैटालोनिया के प्रेजिडेंट ने लोगों के ऑफिस जाने पर सवाल उठाया और इसे गैरजिम्मेदार कदम बताया है। स्पेन में लॉकडाउन का यह दूसरा महीना है। सरकार ने दूसरे महीने में थोड़ी राहत दी है। इसके तहत जो लोग वर्क फ्रॉम होम नहीं कर सकते, उन्हें ऑफिस जाने की इजाजत है।
ये कंस्ट्रक्शन और मैनुफैक्चरिंग इंडस्ट्री से जुड़े लोग हैं। हालांकि दुकानों, बारों और रेस्तरां को गैरजरूरी सूची में शामिल कर बंद रखा गया है। देश में बढ़ते संक्रमण के आंकड़ों के बावजूद पीएम पेड्रो शैनचेज ने कहा है कि अगर देश सामान्य जिंदगी की तरफ लौटता है तो यह प्रगतिशील बात होगी। उन्होंने कहा कि चीजों को सामान्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा और इसके लिए साफ-सफाई के उपाय किए जाएंगे और साथ ही नए मामलों पर नजर रखी जाएगी। हालांकि, पिछले सप्ताह ही उन्होंने कहा था, 'हमें नहीं पता कि हम किस तरह की सामान्य जिंदगी की तरफ बढ़ रहे हैं।'