Edited By Tanuja,Updated: 07 Apr, 2018 06:22 PM
अब तक लोगों ने ट्रेनों में कोयला, इस्पात, खाद्दान, फर्नीचर व वाहन आदि सामान लाने के बारे में तो सुना होगा लेकिन किसी ने इंसानी मल ले जाने के बारे में कभी नहीं सोचा होगा वो भी लाखों किलों के हिसाब से । जीं हा , एेसा ही एक मामला सामने आया है अमरीका...
वॉशिंगटनः अब तक लोगों ने ट्रेनों में कोयला, इस्पात, खाद्दान, फर्नीचर व वाहन आदि सामान लाने के बारे में तो सुना होगा लेकिन किसी ने इंसानी मल ले जाने के बारे में कभी नहीं सोचा होगा वो भी लाखों किलों के हिसाब से । जीं हा , एेसा ही एक मामला सामने आया है अमरीका में। अमरीका के अलबामा राज्य के छोटे से कस्बे पैरिश में करीब 45 लाख किलो इंसानी मल डंप किया गया है। यह मल ट्रेनों में भरकर यहां लाया गया। इससे पैरिश कस्बे में रहने वाले 982 लोगों का चारों तरफ फैल रही बदबू से जीना मुहाल हो गया है।
दर्जन भर ट्रेनों में भरकर इंसानी मल 2 महीने पहले पैरिश कस्बे में लाया गया था। यह इंसानी मल न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी से पैरिश कस्बे के नजदीक स्थित एडम्सविले इलाके में एक निजी लैंडफिल साइट पर डंप किया गया। इससे पूरा पैरिश कस्बा दमघोटूं बदबू से परेशान है। जबकि जनवरी में ही पैरिश के नजदीक स्थित अन्य कस्बे वेस्ट जैफरसन ने अदालत में याचिका दाखिल कर प्राइवेट कंपनी द्वारा सीवेज उनके कस्बे में लाने का विरोध किया था। याचिका में कहा गया था कि कस्बे के निवासी तेज दुर्गंध से परेशान हैं। इस पर अदालत ने वेस्ट जैफरसन कस्बे के पक्ष में फैसला सुनाया।
जब अदालत ने वेस्ट जैफरसन कस्बे के पक्ष में फैसला सुनाया, तब तक इंसानी मल भरकर ट्रेनें न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी से निकल चुकी थी। इस पर इन ट्रेनों को पैरिश के नजदीक स्थित एडम्सविले इलाके के रेल यार्ड में खाली कर दिया गया। जहां पर सीवेज डंप किया गया, उस जगह के नजदीक स्थानीय लोगों का बेसबॉल ग्राउंड है, जिससे कस्बे के युवा खेल भी नहीं पा रहे हैं और बदबू के साथ जीने को मजबूर हैं।पैरिश कस्बे की मेयर का कहना है कि इस बदबू के कारण वह अपने घर के आंगन में नहीं बैठ पा रहे हैं। बच्चे बाहर नहीं जा पा रहे हैं।
वहीं एनवायरमेैंटल प्रोटेक्शन एजैंसी और अल्बामा डिपार्टमैंट ऑफ एनवायरमेंटल मैनेजमेंट का कहना है कि यह इंसानी मल नहीं था, बल्कि ग्रेड-ए का बायो-वेस्ट था। पैरिश कस्बे के लोगों का कहना है कि सीवेज डंप करने वाली कंपनी ने पहले यहां सीवेज डंप करने से इंकार कर दिया था, लेकिन एक बार फिर से कंपनी ने यहीं पर सीवेज डंप कर दिया। अब पैरिश कस्बे के लोग इस बदबू से बचने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने का विचार कर रहे हैं।