Edited By Pardeep,Updated: 22 Sep, 2020 09:48 PM
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 75 साल पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महासभा को संबोधित करते हुए चीन पर जमकर बरसे। ट्रंप ने कहा कि चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को लेकर बार-बार झूठ बोला और दुनिया
वांशिगटनः संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 75 साल पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महासभा को संबोधित करते हुए चीन पर जमकर बरसे। ट्रंप ने कहा कि चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को लेकर बार-बार झूठ बोला और दुनिया को गुमराह किया।
मंगलवार को ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि हमें उस राष्ट्र को जवाबदेह ठहराना चाहिए जिसने इस वायरस को दुनिया भर में फैलाया है, ये देश चीन है। ट्रंप ने कहा कि वायरस के शुरुआती दिनों में चीन ने घरेलू यात्राएं तो बंद कर दीं जबकि चीन से दुनियाभर के लिए उड़ाने जारी रहीं और सारी दुनिया में संक्रमण फैल गया।
कोरोना वायरस को फिर बताया चीनी वायरस
ट्रंप ने अपने भाषण के दौरान एक बार फिर कोरोना वायरस को चीनी वायरस कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध के अंत और संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75 साल बाद हम एक बार फिर महान वैश्विक संघर्ष कर रहे हैं। हमने अदृश्य दुश्मन चीनी वायरस के खिलाफ भयंकर युद्ध छेड़ दिया है।
ट्रंप ने कहा कि चीनी सरकार और उसके द्वारा नियंत्रित डब्ल्यूएचओ ने झूठ बोला कि एक से दूसरे इंसान में कोरोना के फैलने के कोई सबूत नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने फिर सबको गुमराह करते हुए कहा कि बिना लक्षणों के लोगों से बीमारी नहीं फैलेगी संयुक्त राष्ट्र को इन कामों के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराना चाहिए। उसने दुनिया को संकट में डाला है। ट्रंप ने संबोधन में चीन और डब्ल्यूएचओ दोनों पर ही जोरदार हमला बोला।
संयुक्त राष्ट्र महासभा का 75वां सत्र 15 सितंबर से शुरू हो गया है। महासभा के 75 वें सत्र की आम चर्चा 22 सितंबर से शुरू हुई है, जो 29 सितंबर तक चलेगी। संयुक्त राष्ट्र ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर महासभा सत्र पूरी तरह से ऑनलाइन आयोजित करने का फैसला किया है। पहली बार कई देशों के नेता सत्र में शामिल होने न्यूयॉर्क नहीं गए हैं। सभी ने रिकॉर्ड किए गए अपने वीडियो संदेश भेजे हैं। इस महासभा को 193 सदस्य देशों के नेता दुनिया को संबोधित करते हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को एक पूर्व में रिकॉर्ड किए गए बयान के माध्यम से सत्र को संबोधित करेंगे।