Edited By Tanuja,Updated: 18 Jul, 2018 11:13 AM
अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की छवि उनकी बचकानी हरकतों की वजह से दिन ब दिन खराब होती जा रही है। एक दिन पहले अमरीकी चुनाव में कथित रूसी दखल पर दिए बयान से अब ट्रंप बैकफुट पर आ गए हैं। अब उनका कहना है कि वो अमरीका की खुफ़िया एजेंसियों के रूस के...
न्यूयार्कः अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की छवि उनकी बचकानी हरकतों की वजह से दिन ब दिन खराब होती जा रही है। एक दिन पहले अमरीकी चुनाव में कथित रूसी दखल पर दिए बयान से अब ट्रंप बैकफुट पर आ गए हैं। अब उनका कहना है कि वो अमरीका की खुफ़िया एजेंसियों के रूस के 2016 चुनावों में हस्तक्षेप करने के दावे को सही मानते हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार को दिए उनके बयान का मतलब था कि उन्हें रूस द्वारा हस्तक्षेप न करने का कोई कारण नजर नहीं आता। ये विवाद तब शुरू हुआ जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ट्रंप मुलाकात के बाद मीडिया वार्ता के दौरान एक पत्रकार के सवाल पर ट्रंप ने अमरीकी एजेंसियों के दावे के विपरीत जवाब दिया।
दरअसल, फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में मुलाकात के बाद ट्रंप-पुतिन ने ज्वॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें पुतिन ने कहा, "मैं चाहता था कि ट्रंप अमरीका के राष्ट्रपति बनें, लेकिन रूस ने वहां राष्ट्रपति चुनाव में कभी दखल नहीं दिया।" इसके जवाब में ट्रंप ने कह दिया कि पुतिन सही हैं और अमरीका का इस मामले में बेवकूफी भरा रवैया रहा है। ट्रंप के इस बयान को अमरीका के इतिहास का सबसे शर्मनाक पल बताया जा रहा है। एक अमरीकी चैनल ने अपने एनालिसिस में कहा, "ट्रंप ने विदेशी धरती पर जाकर अपने देश की खुफिया एजेंसियों और संसदीय समिति को गलत साबित कर दिया। ये सब उन्होंने तब किया जब उनके पास रूस के राष्ट्रपति खड़े थे। ये वही रूसी राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने न सिर्फ 2016 के हमारे चुनाव में दखल दिया, बल्कि क्रीमिया पर हमला किया व ब्रिटेन में रह रहे एक पूर्व रूसी जासूस को जहर देने का भी आदेश दिया।"