Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Apr, 2020 07:55 AM
अमेरिकी कांग्रेस की एक समिति ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की फंडिंग रोकने के फैसले की जांच शुरू कर दी है। अमेरिका के विदेश मामलों की कांग्रेस समिति के अध्यक्ष इलियॉट ऐंजल ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को एक पत्र...
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिकी कांग्रेस की एक समिति ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की फंडिंग रोकने के फैसले की जांच शुरू कर दी है। अमेरिका के विदेश मामलों की कांग्रेस समिति के अध्यक्ष इलियॉट ऐंजल ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को एक पत्र लिखकर ट्रंप प्रशासन के इस फैसले को राजनीतिक भटकाव करार दिया है और साथ ही विदेश मंत्रालय से इस फैसले के संबंध में आवश्यक सूचना और दस्तावेज चार मई तक समिति के सामने पेश करने की मांग की है।
ऐंजल ने सोमवार को अपने पत्र में लिखा कि वैश्विक महामारी covid-19 के प्रकोप के बीच राष्ट्रपति ट्रंप का WHO की फंडिंग रोकने का फैसला प्रतिशोध की कार्रवाई जैसा है जिसके कारण लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है। उन्होंने कहा कि यद्यपि WHO की कुछ गलतियां रही हैं, लेकिन इस संगठन ने covid-19 को लेकर दुनिया के विभिन्न देशों की सरकारों के बीच समन्वय स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है और समय रहते ही कोविड-19 के संक्रमण को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया था। अमेरिकी कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि WHO ने कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने की रफ्तार कम करने और इस महामारी के प्रभाव को कम करने की दिशा में बहुमूल्य प्रयास किए हैं। covid-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के बजाए WHO पर आरोप लगाकर उसकी फंडिंग रोकने से मौजूदा हालात और खराब हो जाएंगे।