Edited By shukdev,Updated: 07 Mar, 2019 07:19 PM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओबामा काल की उस नीति को खत्म कर दिया है जिसके तहत अमरीकी सरकार को पाकिस्तान, अफगानिस्तान और सोमालिया जैसे देशों में आतंकवादियों को निशाना बनाकर किए गए ड्रोन हमलों में मारे गए आम नागरिकों की संख्या की सालाना रिपोर्ट...
वाशिंगटन: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओबामा काल की उस नीति को खत्म कर दिया है जिसके तहत अमरीकी सरकार को पाकिस्तान, अफगानिस्तान और सोमालिया जैसे देशों में आतंकवादियों को निशाना बनाकर किए गए ड्रोन हमलों में मारे गए आम नागरिकों की संख्या की सालाना रिपोर्ट प्रकाशित करनी होती थी।
वर्ष 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा यह सरकारी आदेश लेकर आए थे। उन पर केन्द्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) द्वारा किए गए ड्रोन हमलों पर ज्यादा पारर्दिशता लाने का दबाव था। अमरीका में अलकायदा के 9/11 हमले के बाद से आतंक और सैन्य ठिकानों के खिलाफ ड्रोन हमलों का इस्तेमाल बढ़ा दिया। ट्रंप प्रशासन ने कहा कि 2016 का आदेश ‘अनावश्यक’ और ध्यान भटकाने वाला है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक प्रवक्ता ने बुधवार को एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के कदम से अनावश्यक रिपोर्टिंग की जरूरत खत्म हो जाती है। यह कदम खुफिया विभाग के पेशेवरों को उनके मूल मिशन से ध्यान भटकाने के काम को खत्म करता है। दरअसल, ओबामा काल में सीआईए के प्रमुख को अमरीकी ड्रोन हमलों के बारे में सालाना रिपोर्ट जारी करनी होती थी और बताना होता था कि इन हमलों में कितने लोगों की जान गई।