Edited By Tanuja,Updated: 23 Jul, 2020 10:48 AM
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच तनाव चरम तक बढ़ गया है। चीन की हरकतों से परेशान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ...
न्यूयार्कः दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच तनाव चरम तक बढ़ गया है। चीन की हरकतों से परेशान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ड्रेगन को अब और बड़े झटके देने की तैयारी में हैं। उन्होंने अमेरिका स्थित चीन के ह्यूस्टन और टेक्सास में वाणिज्य दूतावास के अलावा अन्य मिशन भी बंद करने के संकेत दिए हैं। ट्रंप ने बुधवार के व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन के दौरान देश में स्थित चीन के मिशनों को बंद करने की योजना को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, 'जहां तक अतिरिक्त दूतावासों को बंद करने की बात है, यह हमेशा संभव है।'
इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की थी कि उसने चीन को वर्षों से अवैध जासूसी अभियान चलाने के कारण ह्यूस्टन और टेक्सास में वाणिज्य दूतावासों को शुक्रवार तक बंद करने का आदेश दिया है। बता दें कि 24 घंटे पहले अमेरिका ने चीन को ह्यूस्टन में अपना वाणिज्य दूतावास बंद करने का आदेश दिया है । देश में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के खिलाफ कड़े कदम उठाने के सिलसिले में यह नया कदम है। दोनों देशों के बीच न केवल कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर बल्कि व्यापार, मानवाधिकारों, हांगकांग और दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे को लेकर भी तनाव चल रहा है।
चीनी अधिकारियों, छात्रों और शोधकर्ताओं के खिलाफ ट्रंप प्रशासन के पहले उठाए गए कदमों में यात्रा प्रतिबंध, पंजीकरण आवश्यकताएं और अमेरिका में चीनी नागरिकों की मौजूदगी कम करने की मंशा वाले अन्य कदम भी शामिल हैं। ये कदम ऐसे समय में उठाए गए हैं जब ट्रंप ने अमेरिका में कोरोना वायरस फैलने के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया है।
ट्रंप ने कहा कि अगर चीन अपना व्यवहार नहीं बदलता है तो और दूतावासों को बंद किया जा सकता है। उन्होंने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘‘ऐसा हमेशा संभव है।'' विदेश विभाग ने कहा कि चीनी एजेंटों ने टेक्सास में संस्थानों से डेटा चुराने की कोशिश की।