Edited By Tanuja,Updated: 16 Jun, 2018 10:09 AM
सिंगापुर में 12 जून को हुई अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच हुई ऐतिहासिक बैठक दौरान कई ऐसे पल आए जिससे लग रहा था कि दोनों नेताओं को एक दूसरे पर भरोसा नहीं है...
वॉशिंगटनः सिंगापुर में 12 जून को हुई अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच हुई ऐतिहासिक बैठक दौरान कई ऐसे पल आए जिससे लग रहा था कि दोनों नेताओं को एक दूसरे पर भरोसा नहीं है। किम जोंग हर कदम पर बहुत सावधानी बरत रहे थे। यहां तक कि दोनों देशों के बीच हुए समझौते पर हस्ताक्षर करने के दौरान अमरीका की तरफ से दोनों नेताओं के सामने रखे शार्पी पेन को किम ने हाथ नहीं लगाया। पहले इस पेन को उनके सिक्योरिटी गार्ड ने साफ किया। इसके बाद भी किम जोंग ने अमरीकी पेन को छुआ नहीं।
किम की बहन ने उनको दूसरा पेन दिया, जिससे उन्होंने समझौते पर हस्ताक्षर किए। इतना ही नहीं, किम अपने साथ अपना पोर्टेबल टॉयलेट भी लेकर आए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किम के द्वारा अमरीकी पेन को हाथ नहीं लगाने के पीछे कई तरह के कयास लगाये जा रहे । कहा जा रहा है कि किम को अपने डीएनए के सार्वजनिक होने का डर सता रहा था।दूसरा कि उन्हें डर था कि पेन में जहर हो सकता है।पोर्टेबल टॉयलेट साथ लाने के पीछे उनका मकसद था कि कोई उनके मल-मूत्र के नमूने लेकर उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी न जुटा ले और उसके आधार पर उन्हें मारने की साजिश न करे।