Edited By Isha,Updated: 18 Jul, 2018 03:11 PM
तुर्की में 2016 में तख्तापलट की नाकाम कोशिश के बाद से जारी आपातकाल के आज समाप्त होने की संभावना है, लेकिन विपक्ष को आशंका है कि सरकार इसकी जगह और कठोर कानून ला सकती है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब
इस्तांबुलः तुर्की में 2016 में तख्तापलट की नाकाम कोशिश के बाद से जारी आपातकाल के आज समाप्त होने की संभावना है, लेकिन विपक्ष को आशंका है कि सरकार इसकी जगह और कठोर कानून ला सकती है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने 20 जुलाई 2016 को आपातकाल की घोषणा की थी। इससे पांच दिन पहले अंकारा में युद्धक विमानों से बमबारी की गयी थी और इस्तांबुल में हिंसक झड़प हुए थे , जिसमें 249 लोगों की मौत हो गयी थी। आपातकाल संभवत: तीन महीने के लिए लगाया जाता है, लेकिन इसे सात बार आगे बढ़ाया गया।
इस दौरान करीब 80,000 लोगों को हिरासत में लिया गया है और करीब डेढ़ लाख लोगों को सरकारी संस्थानों से नौकरी से हटाया गया। पिछले महीने राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान के दौरान एर्दोआन ने आपातकाल हटाने का संकल्प जताया था। बहरहाल चुनाव में एर्दोआन की जीत हुई और आपातकाल को स्थानीय समयानुसार गुरुवार देर रात एक बजे (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार बुधवार रात 10 बजे) तक हटा दिया जायेगा हालांकि विपक्ष संसद में एक नये कानून का विधेयक पेश किये जाने से नाराज है , क्योंकि इस कानून में आपातकाल के सबसे कठिन पहलुओं को औपचारिक रूप देने की मांग की गयी है