Edited By Tanuja,Updated: 09 Jun, 2021 12:56 PM
अमेरिका सैनिकों की वापसी के बीच अफगानिस्तान की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से 11 सितंबर तक पूर्ण वापसी की ...
काबुल: अमेरिका सैनिकों की वापसी के बीच अफगानिस्तान की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से 11 सितंबर तक पूर्ण वापसी की योजना है लेकिन इससे पहले ही ताबिलन ने देश में हिंसक हमले बढ़ा दिए हैं। इस बीच तुर्की अफगानिस्तान के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नियंत्रण लेने की तैयारी कर रहा है। तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकार ने कहा यदि उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) सहयोग और सहमति देता है तो तुर्की सेना काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नियंत्रण को तैयार है ।
अकार ने अपने नाटो सहयोगियों के साथ एक बैठक में कहा कि अगर सहयोगियों द्वारा वित्तीय, रसद और राजनीतिक सहायता प्रदान की जाती है तो 500 तुर्की सेनाएं काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नियंत्रण और जिम्मेदारी लेंगी।" तुर्की का यह बयान अफगानिस्तान से नाटो व अमेरिकी सुरक्षा बलों की वापसी के बीच आया है।
इससे पहले पेंटागन के अधिकारियों ने कहा था कि पाकिस्तान ने अमेरिकी सेना को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति और जमीनी पहुंच दी है ताकि वह अफगानिस्तान में अपनी उपस्थिति निश्चित कर सके। हालांकि, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस दावे का खंडन किया और कहा कि देश अफगानिस्तान में भविष्य के आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए अमेरिका को अपने सैन्य अड्डे नहीं देगा और पाकिस्तान के अंदर ड्रोन हमलों की भी अनुमति नहीं देगा।