Edited By Seema Sharma,Updated: 20 Jul, 2020 04:51 PM
मंगल के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के पहले अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण जापान से सोमवार को किया गया। यह अरब जगत का पहला अंतरग्रहीय अभियान है। यूएई के इस यान का नाम ‘अमल'' या ‘होप'' (उम्मीद) है, जिसे जापान के H-2A रॉकेट के जरिए स्थानीय जापानी समय शाम...
इंटरनेशनल डेस्क: मंगल के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के पहले अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण जापान से सोमवार को किया गया। यह अरब जगत का पहला अंतरग्रहीय अभियान है। यूएई के इस यान का नाम ‘अमल' या ‘होप' (उम्मीद) है, जिसे जापान के H-2A रॉकेट के जरिए स्थानीय जापानी समय शाम 6.58.14 पर (रात 9.58, GMT) लॉन्च कर दिया। इसके साथ ही इस यान की मंगल तक की सात महीने की यात्रा आरंभ हो गई। इससे पहले इसे 15 जुलाई को प्रक्षेपित किया जाना था लेकिन खराब मौसम के कारण प्रक्षेपण पांच दिन टाल दिया गया।
फरवरी 2021 तक मंगल पर पहुंचना
इस मंगलयान को फरवरी 2021 तक मंगल पर पहुंचना है, जब UAE अपनी 50वीं वर्षगांठ मनाएगा। दुबई के मोहम्मद बिन राशिद स्पेस सेंटर में लोगों ने लॉन्चिंग को एक बड़ी स्क्रीन के जरिए देखा। जैसे ही आर्बिटर रॉकेट से अलग हुआ, सभी साइंटिस्ट्स ने ताली बजाकर खुशी जाहिर की। मार्स मिशन के डायरेक्टर ओमरान शराफ ने लिफ्ट ऑफ के डेढ़ घंटे बाद बताया कि यह सही सिग्नल्स भेज रहा है।
ऐसे करेगा काम
इस मंगलयान में ऊपरी वायुमंडल और जलवायु परिवर्तन का अध्ययन करने के लिए तीन उपकरण हैं और इसके कम से कम दो साल तक मंगल के चक्कर लगाने की योजना है। UAE ने कहा कि वह पहली बार अलग-अलग मौसम के दौरान मंगल ग्रह के वायुमंडल का पूरा दृश्य मुहैया कराएगा।
पहली बार महिला वैज्ञानिक ने संभाली कमान
UAE ने पहली बार अंतरिक्ष मिशन की कमान महिला साइंटिस्ट सारा अल अमीरी को सौंपी। इस मिशन की लॉन्चिंग के शुरुआती 24 घंटे में सारा खुद इस पर नजर रखेंगी क्योंकि इसी समय में उन्हें मिशन की सफलता से जुड़े शुरुआती नतीजे मिलेंगे। सारा पहले दुबई के राशिद स्पेस सेंटर में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम करतीं थीं।