Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 05:52 PM
ब्रिटेन के सांसदों ने यूरोपीय संघ से अपने देश की सदस्यता समाप्त करने वाले एक विधेयक के पक्ष में आज वोट दिया जो अभूतपूर्व तरीके से शक्तियों का इस्तेमाल करने के विपक्ष के आरोपों ...
लंदन: ब्रिटेन के सांसदों ने यूरोपीय संघ से अपने देश की सदस्यता समाप्त करने वाले एक विधेयक के पक्ष में आज वोट दिया जो अभूतपूर्व तरीके से शक्तियों का इस्तेमाल करने के विपक्ष के आरोपों के बावजूद सरकार की ब्रेग्जिट रणनीति का अहम हिस्सा है।सांसदों ने 13 घंटे से ज्यादा चली चर्चा के बाद 290 मतों के मुकाबले 326 मतों विधेयक के पक्ष में मतदान किया।
अब यह विधेयक जांच के लिए सांसदों के पास जाएगा। इस विधेयक का उद्देश्य 1972 के कानून को निरस्त करना है जिसके जरिए ब्रिटेन यूरोपीय संघ में शामिल हुआ था। पिछले साल यूरोपीय संघ से अलग होने के पक्ष में हुए ऐतिहासिक जनमत संग्रह को लागू करने का यह अगला कदम है। इससे पहले प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने मार्च में ब्रिटेन के अलग होने के बारे में ब्रसेल्स को औपचारिक तौर पर अधिसूचित किया था।
थेरेसा की कंजर्वेटिव सरकार ने आज के संसदीय वोट में जीत दर्ज की। प्रधानमंत्री ने इस फैसले को ‘‘ऐतिहासिक निर्णय’’ बताया। उन्होंने कहा,‘‘यह यूरोपीय संघ से हमारे अलग होने के मद्देनजर हमें निश्चितता और स्पष्टता देता है।’’ मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी ने इस विधेयक पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यूरोपीय संघ के कानूनों को आसान बनाने के उसके प्रावधान कार्यकारी शक्तियों का अस्वीकार्य विस्तार दिखाता है। बहरहाल, कुछ 7 लेबर सांसदों ने पार्टी के रूख का विरोध किया और इस विधेयक का समर्थन किया।