Edited By Tanuja,Updated: 07 Feb, 2022 03:20 PM
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद पूरी दुनिया से मान्यता की गुहार लगाने वाले तालिबान अब ब्रिटेन के निशाने पर है। ब्रिटेन ने अफगान महिला कार्यकर्ताओं
लंदन/काबुलः अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद पूरी दुनिया से मान्यता की गुहार लगाने वाले तालिबान अब ब्रिटेन के निशाने पर है। ब्रिटेन ने अफगान महिला कार्यकर्ताओं के गायब होने पर चिंता जाहिर करते हुए तालिबान सरकार से जवाब मांगा है। ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष सचिव डेबोराह लियान्स का भी इस बारे में समर्थन किया है। उन्होंने भी इन महिला कार्यकर्ताओं के गायब होने पर चिंता जाहिर की थी। अफगानिस्तान में स्थित चार्ज डे अफेयर्स हूगो शार्टर का कहना है कि पूरी दुनिया को इसका जवाब चाहिए। बेहतर होगा कि इस बारे में अफगान सरकार कोई जानकारी मुहैया करवाए।
बता दें कि पिछले वर्ष 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया था। इसके करीब एक माह के बाद तालिबान ने अपनी सरकार का गठन किया था और विश्व बिरादरी से उनका समर्थन करने की मांग दोहराई थी। तालिबान सरकार ने यहां तक कहा था कि वो इस्लामिक कानूनों के हिसाब से महिलाओं को भी पूरा हक देगी। इतना ही नहीं तालिबान ने महिलाओं की सरकार में भी भागीदारी की बात कही थी। लेकिन सरकार बनने के बाद से अब तक तालिबान ने अपनी कही कई सारी बातों पर अमल नहीं किया। विश्व बिरादरी बार-बार उन्हें अपने वादों की याद दिलाती रही है।
इसके अलावा इस सरकार के दौरान कई मानवाधिकार संगठनों ने तालिबान के खिलाफ आवाज भी उठाई और आरेाप लगाया कि वो लगातार उन्हें काम करने से रोक रहा है और उनके साथ बदसलूकी कर रहा है। इन संगठनों का ये भी आरोप था कि तालिबान लगातार आवाज उठाने वालों को गायब कर रहा है। इसी आवाज को दोबारा उठाने का काम अब ब्रिटेन ने किया है। संयुक्त राष्ट्र की तरफ से भी पहले कई बार इस मांग को दोहराया जा चुका है। हालांकि तालिबान अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को नकारता रहा है। तालिबान का कहना है कि वो सभी को बराबर का हक दे रहा है।