Edited By Tanuja,Updated: 20 May, 2018 12:48 PM
शादी के बाद मां बनना किसी भी महिला के लिए सौभाग्य व सबसे बड़ी खुशी की बात होती है। लेकिन अगर किसी महिला को संतान सुख न मिले तो उसे दुनिया की हर खुशी बेकार लगने लगती है और वो मां बनने के लिए हर हद से गुजरने यानि हर तकलीफ सहने को तैयार हो जाती है...
लंदनः शादी के बाद मां बनना किसी भी महिला के लिए सौभाग्य व सबसे बड़ी खुशी की बात होती है। लेकिन अगर किसी महिला को संतान सुख न मिले तो उसे दुनिया की हर खुशी बेकार लगने लगती है और वो मां बनने के लिए हर हद से गुजरने यानि हर तकलीफ सहने को तैयार हो जाती है। एेसा ही एक मामला इंगलैंड में सामने आया है। इंग्लैंड की जेसिका हेपबर्न (47) ने अच्छे स्कूल से पढ़ाई की। करियर भी ठीक था। लेकिन उन्हें हर पल बस एक चीज का मलाल रहता और वो था मातृत्व सुख।
मां बनने के लिए जेसिका ने भी हर रास्ता अपनाया, तकलीफ झेली। उसने पहले नैचुरल तरीके से गर्भधारण की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहीं। फिर उन्होंने IVF का सहारा लिया, और 63 लाख रुपए खर्च किए पर वहां भी नाकामी हाथ लगी। लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार जेसिका ने मान लिया कि वो कभी मां नहीं बन पाएंगी। जेसिका बताती हैं कि 34 साल की उम्र में उन्होंने फैमिली प्लान करने की सोची और पहली बार प्रेग्नेंट होने के लिए रिलेशन बनाए। पर ये रास्ता इतना आसान नहीं था जितना जेसिका ने सोचा था। इसके लिए उन्होंने शेड्यूल बनाकर काम किया लेकिन नाकामी मिली।
इसके करीब एक साल बाद वो अपने पार्टनर के साथ पहली फर्टिलिटी क्लीनिक गईं। कई सारे रूटीन टेस्ट हुए और पता चला कि वो बांझपन की शिकार है। जेसिका ने बताया कि इसके बाद IVF के जरिए कंसीव करने के लिए संघर्ष शुरू हुआ, जिसने उम्मीद की जगह जिंदगी में और निराशा भर दी। उन्होंने बताया कि मैं एक नहीं बल्कि IVF के 11 राउंड से गुजरी और 5 मिसकैरिज झेले। एक बार तो इसके चलते मेरी जान तक जाते-जाते बची।
जेसिका ने कहा कि उन्हें कई बार तो ये सोचने तक में शर्म आती थी कि वो 11 राउंड से गुजर चुकी हैं। साथ ही ये बात मन को निराशा और भ्रमों से भर देती थी। उन्होंने कहा कि हम एक क्लीनिक से दूसरी क्लीनिक जाते और इस उम्मीद में घर लौटते कि इस बार सब ठीक होगा और हम भी मां-बाप बन सकेंगे, लेकिन नाउम्मीदी ही हाथ लगती।
उन्होंने बताया कि डॉक्टर्स को मुंहमांगी रकम दी और ईलाज पर 63 लाख रुपए खर्च कर दिए लेकिन अकेलापन ही मिला। जेसिका ने बताया कि मां न बनने कारण उसकी मानसिक स्थिति और रिलेशनशिप खराब स्थिति में पहुंच चुके थे। हालांकि, बहुत वक्त गुजरने के बाद उन्होंने ये मान लिया कि मां न बन सकने वाली वह इकलौती महिला नहीं हैं । इंगलैंड में हर 6 में से एक कपल गर्भधारण के लिए संघर्ष कर रहा है।