संयुक्त राष्ट्र ने रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए मदद मांगी

Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Mar, 2018 07:47 PM

un seeks help for rohingya refugees

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार एजेंसी ने बांग्लादेश में रह रहे नौ लाख रोङ्क्षहग्या शरणार्थियों और तीन लाख से अधिक बांग्लादेशियों के कल्याण के लिए अन्य एजेंसियों और मानवाधिकार संगठनों से लगभग एक अरब डॉलर सहायता की मदद मांगी है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार...

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार एजेंसी ने बांग्लादेश में रह रहे नौ लाख रोङ्क्षहग्या शरणार्थियों और तीन लाख से अधिक बांग्लादेशियों के कल्याण के लिए अन्य एजेंसियों और मानवाधिकार संगठनों से लगभग एक अरब डॉलर सहायता की मदद मांगी है।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त फिलिप ग्रांडी ने शुक्रवार को जिनेवा में रोहिंग्या मानवाधिकार संकट के लिए एक संयुक्त प्रतिक्रिया योजना 2018 को लांच करते हुए कहा कि हम वहां बांग्लादेशी समुदायों और अन्य लोगों की बेहद जरूरी आवश्यकताओं के बारे में गंभीरता से बात कर रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में वहां रोहिंग्या लोगों की आबादी में काफी इजाफा हुआ है और रखाइन राज्य में ये लोग आकर शरण ले रहे हैं।

उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी सरकार और लोगों ने बहुत ही जोरदार तरीके से इस संकट के बारे में अपनी तरफ से पूरा सहयोग दिया है और पिछले सात महीनों में इन लोगों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है और काक्स बाजार में स्थिति काफी विकट है। कुतुपालोंग - बालुखाली स्थान पर इस समय छह लाख शरणार्थी रह रहे हैं और यह विश्व का सबसे घनी आबादी वाला शरणार्थी क्षेत्र बन गया है।

ऐसी अनिश्चित स्थिति और जारी आपातकालीन अभियान को लेकर आगामी मानसून सीजन में काफी चुनौतियां पेश आने की आशंकाए व्यक्त की जा रही हैं क्योंकि मानसून में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा काफी बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का समाधान म्यामार में ही है और वहां के प्रशासन को इन लोगों को वापस आने की अनुमति देनी चाहिए लेकिन आज हम सिर्फ तात्कालिक राहत की बात कर रहे है क्योंकि इन लोगों की आवश्यकताएं काफी व्यापक हैं।

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