Edited By Tanuja,Updated: 10 Apr, 2018 12:00 PM
परमाणु समझौते को लेकर अमरीका को धमकाते हुए ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आगाह किया कि अगर वह परमाणु समझौते से हाथ खींचेगा तो उसे पछताना पड़ेगा और अगर ऐसा होता है तो ईरान एक हफ्ते के भीतर इस पर प्रतिक्रिया देगा...
तेहरान: परमाणु समझौते को लेकर अमरीका को धमकाते हुए ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आगाह किया कि अगर वह परमाणु समझौते से हाथ खींचेंगे तो उन्हें पछताना पड़ेगा और अगर ऐसा होता है तो ईरान एक हफ्ते के भीतर इस पर प्रतिक्रिया देगा। तेहरान में नैशनल न्यूक्लियर टेक्नॉलजी डे के अवसर पर आयोजित एक सम्मेलन में रूहानी ने कहा , समझौते का उल्लंघन पहले हम नहीं करेंगे लेकिन उन्हें यह निश्चित ही पता होना चाहिए कि अगर वह ऐसा करेंगे तो उन्हें इस पर पछतावा होगा।’
ट्रंप ने ईरान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम पर नई और सख्त पाबंदियां नहीं लगाए जाने की स्थिति में 12 मई तक परमाणु समझौते को खत्म करने और नए सिरे से पाबंदियां लगाने की धमकी दी थी। रूहानी ने धमकी को खारिज करते हुए कहा , ‘अमरीका की सत्ता में आने के बाद वह व्यक्ति 15 महीने से दावे कर रहा है और उसके व्यवहार और टिप्पणियों में काफी उतार – चढ़ाव आया है।’उन्होंने कहा , ‘लेकिन जेसीपीओए ( परमाणु समझौता ) की बुनियाद इतनी मजबूत है कि दबाव के इन 15 महीनों में भी यह ढांचा मजबूत बना रहा।’
समझौते के अन्य साझेदार – ब्रिटेन , फ्रांस , जर्मनी , चीन , रूस और यूरोपीय संघ सभी ने माना है कि ईरान अपने वायदे का पक्का रहा है। ईरान इसका अनुपालन कर रहा है या नहीं इसकी निगरानी का जिम्मा अंतरराष्ट्रीय आणविक ऊर्जा संघ (IAEA) को सौंपा गया था , उसका भी यही मानना है। रूहानी ने कहा , ‘किसी दिन ( अमरीका ) जेसीपीओए को नुकसान पहुंचता है तब भी दुनिया के सामने हम एक ऐसे देश के तौर पर विजेता के रूप में होंगे जो अपने वायदे पर कायम रहा। और अगर वह अपने हाथ वापस खींचते हैं तो इसका मतलब होगा कि वह अपनी बात के पक्के नहीं हैं।’