Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Nov, 2017 11:19 AM
एशिया दौरे दौरान चीन की यात्रा पर गए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कूटनीति काम कर गई और उत्तर कोरिया के खिलाफ वह चीन से अपनी बात मनवाने में कामयाब रहे...
हनोई: एशिया दौरे दौरान चीन की यात्रा पर गए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कूटनीति काम कर गई और उत्तर कोरिया के खिलाफ वह चीन से अपनी बात मनवाने में कामयाब रहे। ट्रंप के कहने पर चीनी नेता शी जिनपिंग उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर प्योंगयांग के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने पर सहमत हो गए हैं।ट्रंप ने अपने एशिया दौरे के दौरान हनोई से ट्वीट करते हुए कहा, ' चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंध बढ़ा रहे हैं। '
गौरतलब है कि चीन दौरे के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने सभी देशों से आग्रह किया था कि वे 'हत्यारे उत्तर कोरियाई परमाणु शासन' को न तो असलहा मुहैया कराएं, न उसका वित्तपोषण करें और उसके साथ व्यापार को रोक दें। माना जाता है कि नजदीकी संबंधों के कारण बीजिंग का प्योंगयांग पर अधिक प्रभाव है। ट्रंप के इस कदम से तिलमिलाया किम जोंग, फिर से दी परमाणु ताकत की धमकी शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद ट्रंप ने कहा था, "हम अतीत के अपने असफल प्रयासों को नहीं दोहराने के लिए सहमत हुए हैं।
हम उत्तर कोरिया पर सुरक्षा परिषद के सभी प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू करने और आर्थिक दबाव को बढ़ाने के लिए सहमत हुए हैं। यह प्रतिबंध तब तक लागू रहेंगे जब तक उत्तर कोरिया अपने लापरवाह और खतरनाक रास्ते का त्याग नहीं करता है।" वहीं डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर चीन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, कि वह संयुक्त राष्ट्र के बताए ढांचे के मुताबिक उत्तर कोरिया पर लगाम लगाने के लिए हर संभव कोशिश करेगा, लेकिन वह इस देश के खिलाफ एकपक्षीय प्रतिबंध लगाने के पक्ष में नहीं है।