Edited By Tanuja,Updated: 26 Jun, 2018 01:09 PM
अमरीका और ब्रिटेन द्वारा वीजा नियमों को सख्त करने कारण मुश्किलें बढ़ने के चलते जहां भारतीय छात्रों का मोह इन देशों के प्रति टूटता जा रहा है वहीं कनाडा ने अपने वीजा नियमों को आसान करने शुरू कर दिए हैं...
वॉशिंगटनः अमरीका और ब्रिटेन द्वारा वीजा नियमों को सख्त करने कारण मुश्किलें बढ़ने के चलते जहां भारतीय छात्रों का मोह इन देशों के प्रति टूटता जा रहा है वहीं कनाडा ने अपने वीजा नियमों को आसान करने शुरू कर दिए हैं। इसके चलते कनाडा अब भारतीय छात्रों की नई पसंद बनता जा रहा है। बीते एक साल में ही कनाडा में पढ़ाई के लिए जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में करीब 60 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कनाडा ने चीन, भारत, वियतनाम और फिलीपींस देशों के लिए ‘स्टुडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम’ (एसडीएस) योजना की शुरुआत की। इसके अलावा वीजा प्रक्रिया में तेजी के लिए भारत में स्थानीय कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी की और अतिरिक्त आवेदनों को निपटाने के लिए कनाडाई कर्मचारियों की नियुक्ति भी की।
कनाडा सरकार ने भारतीय छात्रों को मिलने वाले वीजा के आंकड़े जारी किए हैं
वर्ष वीजा
2015 31,945
2016 52,745
2017 83,410
2018 29,055 (अप्रैल तक)
कनाडा में 2010-2017 के बीच 119% अंतर्राष्ट्रीय छात्रों कगी संख्या में बढ़ौतरी हुई है। 25 फीसदी छात्रों के साथचीन (28%) के बाद भारत दूसरे नंबर पर है।कनाडा ब्यूरो फॉर इंटरनेशनल एजुकेशन के आंकड़ों के अनुसार इन देशों के छात्रों की संख्या में सर्वाधिक बढ़ोतरी हुई है..
देश बढ़ोतरी (%) (2010-2017 के बीच)
वियतनाम 89
भारत 63
ईरान 45
बांग्लादेश 41
ब्राजील 28
मेक्सिको 16
अमरीका और ब्रिटेन में सख्त हो रहे वीजा नियमों चलते भारतीय छात्रों के लिए न सिर्फ वहां पढ़ाई करने की राह मुश्किल हो रही है बल्कि भविष्य में नौकरी करने के अवसर भी कम होते दिख रहे हैं। विज्ञान व इंजीनियरिंग स्नातक डिग्री के छात्रों में पिछले साल 6.9 प्रतिशत की गिरावट आई है।