Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jul, 2017 02:34 PM
अमरीका की प्रतिनिधि सभा ने पाकिस्तान को डिफैंस फंडिंग उपलब्ध कराने की शर्तों को और कड़ा बनाने के लिए 3 विधायी संशोधनों पर वोट किया है...
वॉशिंगटनः अमरीका की प्रतिनिधि सभा ने पाकिस्तान को डिफैंस फंडिंग उपलब्ध कराने की शर्तों को और कड़ा बनाने के लिए 3 विधायी संशोधनों पर वोट किया है जिसमें यह शर्त रखी गई है कि वित्तीय मदद दिए जाने से पहले पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में संतोषजनक प्रगति दिखानी होगी। ये शर्तें आतंकवाद को पाकिस्तान के समर्थन से संबंधित है जिसे लेकर पहले भी कई शीर्ष अमरीकी अधिकारी और सांसद लगातार चिंता जताते रहे हैं।
अमरीका में 651 अरब डॉलर वाले नैशनल डिफेंस अथॉराइजेशन एक्ट (NDAA) 2018 में सभी तीन विधायी संशोधनों को कांग्रेस के निचले सदन ने शुक्रवार को ध्वनिमत से 81 के मुकाबले 344 मतों से इसे पारित कर दिया। सदन में पारित इस विधेयक से रक्षा मंत्री को पाकिस्तान को वित्त पोषण दिए जाने से पहले यह प्रमाणित करना होगा कि पाकिस्तान ग्राउंड्स लाइंस ऑफ कम्यूनिकेशन (GLOC) पर सुरक्षा बनाए रख रहा है। जीएलओसी सैन्य इकाइयों को आपूर्ति मार्ग से जोड़ना वाला और सैन्य साजो-सामान के परिवहन का रास्ता है।
रक्षा मंत्री को यह भी प्रमाणित करना होगा कि पाकिस्तान हक्कानी नैटवर्क को उत्तर वजीरिस्तान को पनाहगाह बनाने से रोकने की प्रतिबद्धता दिखा रहा है और पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर हक्कानी नेटवर्क समेत आतंकवादियों की गतिविधियों पर लगाम लगाने में अफगानिस्तान सरकार के साथ सक्रिय तौर पर सहयोग कर रहा है। तीन में से दो संशोधन कांग्रेस सदस्य डाना रोहराबेकर और एक संशोधन टेड पोए ने पेश किया।
सदन द्वारा पारित पोए के एक संशोधन में इस बात का प्रस्ताव रखा गया है कि जब तक रक्षा मंत्री यह पुष्टि न कर सकें कि पाकिस्तान अमरीका द्वारा घोषित किसी भी आतंकवादी को सैन्य, वित्तीय मदद या साजोसामान उपलब्ध नहीं करा रहा तब तक पाकिस्तान को दिए जाने वाली वित्तीय मदद रोक कर रखी जाए।रोहराबेकर के एक संशोधन में कहा गया है कि शकील अफ्रीदी एक अंतर्राष्ट्रीय हीरो है और पाकिस्तान सरकार को इसे तुरंत जेल से रिहा कर देना चाहिए। अफ्रीदी ने एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन की मौजूदगी का पता लगाने में अमरीका की मदद की थी।