Edited By Tanuja,Updated: 08 Jul, 2018 06:20 PM
अमरीका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय अपराध अदालत (आईसीसी) को गठित करने वाले विधान की 20वीं सालगिरह पर बुलाई अनौपचारिक बैठक का बहिष्कार किया है। अमरीका दुनिया के पहले स्थायी युद्ध अपराध न्यायाधिकरण का हिस्सा नहीं है...
संयुक्त राष्ट्र: अमरीका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय अपराध अदालत (ICC) को गठित करने वाले विधान की 20वीं सालगिरह पर बुलाई अनौपचारिक बैठक का बहिष्कार किया है। अमरीका दुनिया के पहले स्थायी युद्ध अपराध न्यायाधिकरण का हिस्सा नहीं है। परिषद के 15 सदस्य इस अनौपचारिक बैठक में हिस्सा लेने के लिए बाध्य नहीं है, लेकिन ऐसा बमुश्किल ही होता है कि कोई इस बैठक का बहिष्कार करता है।
रूस, चीन और परिषद के अन्य सदस्य जो आईसीसी का समर्थन नहीं करते वे भी आज की बैठक में शामिल हुए और अपनी बात रखी। अमरीकी अधिकारी ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने काफी सोच विचार के बाद इस बैठक में हिस्सा न लेने का निर्णय लिया है। अधिकारी ने कहा, ‘हाल ही में अफगानिस्तान की स्थिति से संबंधित अमरीकी कर्मियों की संभावित आईसीसी जांच के बारे में हमें पता चला था। हमारी नीति के अन्य पहलुओं की समीक्षा जारी है'।
बता दें कि पिछले दिनों ही अमरीका ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार से बाहर होने का ऐलान किया था। मानवाधिकार परिषद में सुधार न होने की वजह से अमरीका लंबे समय से बाहर होने की धमकी देता आया है। अमरीका का आरोप है कि 47 सदस्यों वाली यह परिषद इजराइल विरोधी है। अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और संयुक्त राष्ट्र के लिए अमरीका की दूत निक्की हेली ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की घोषणा की।
निक्की हैली ने कहा कि अमरीका संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से बाहर हो रहा है। अमरीका 3 साल से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद का सदस्य था। इस परिषद में अमरीका का अभी डेढ़ साल पूरा हुआ था. बीते दिनों यह खबर आई थी कि परिषद में सुधारों पर सहमति नहीं बनी थी और अमरीका की मांगों को नहीं माना गया था। तभी से यह खबर आ रही थी कि अमरीका संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से हट जाएगा।