Edited By Isha,Updated: 06 Jul, 2018 11:59 AM
दुनिया की शीर्ष दो अर्थव्यवस्थाओं - अमरीका और चीन - के बीच व्यापार युद्ध में पहला आक्रामक कदम उठाने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्णय से अरबों अमेरिकी डॉलर से भी ज्यादा की
वॉशिंगटनः दुनिया की शीर्ष दो अर्थव्यवस्थाओं - अमरीका और चीन - के बीच व्यापार युद्ध में पहला आक्रामक कदम उठाने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्णय से अरबों अमेरिकी डॉलर से भी ज्यादा की चीनी वस्तुओं पर भारी - भरकम अमेरिकी शुल्क आज रात से प्रभावी हो जाएंगे। चीन ने डॉलर का बदला डॉलर से लेने का इरादा जाहिर करते हुए अमरीकी निर्यात पर ‘‘ तत्काल ’’ शुल्क लगा दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस टकराव से वैश्विक अर्थव्यवस्था में खलबली पैदा हो जाएगी और विश्व व्यापार प्रणाली पर इसका काफी नकारात्मक असर पड़ेगा। उद्योग जगत में असहजता के नए संकेत आज उस वक्त देखने को मिले जब एक व्यापार सर्वेक्षण में फिर दिखाया गया कि अमरीका के सेवा क्षेत्र में पहले से ही आर्पूति श्रृंखला से जुड़ी दिक्कतें पेश आ रही हैं और व्यापार बंदिशें बढऩे की आशंका से लागत में इजाफा दर्ज किया जा रहा है।
आर्पूति प्रबंधन संस्थान की सेवा उद्योग सर्वेक्षण समिति के प्रमुख एंथनी नाइव्स ने पत्रकारों को बताया कि हमने मुद्रास्फीति के संकेत देखने शुरू कर दिए हैं। व्हाइट हाउस के व्यापार अधिकारियों ने कहा कि अमरीकी अर्थव्यवस्था की मौजूदा मजबूती का मतलब है कि यदि यह युद्ध ज्यादा बढ़ता है तो ऐसी स्थिति में अमरीका अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में ज्यादा दर्द सह पाने में सक्षम है।