Edited By Tanuja,Updated: 12 Jun, 2019 09:37 AM
मेरिका ने सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को अपने हथियार बेचने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है...
वाशिंगटन: अमेरिका ने सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को अपने हथियार बेचने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है। अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री पैट्रिक शानाहन ने मंगलवार को यहां जार्जिया के रक्षा मंत्री से मुलाकात के दौरान पत्रकारों से यह बात कही। अमेरिका इसके जरिये रूस और चीन को इस दौड़ में पीछे छोड़ना चाहता है।
यदि अमेरिका इन दोनों देशों को हथियार नहीं बेचता है तो ये रूस अथवा चीन से हथियार खरीद सकते हैं। श्री शानाहन ने कहा, ‘‘ सऊदी अरब और यूएई के साथ स्थिति यह है कि हम उन्हें आत्मरक्षा के लिए विदेशी हथियार कैसे उपलब्ध कराएं ? खतरे से भरे माहौल में उन्हें हथियार देना आवश्यक है। यदि वे अपने करीबी सहयोगी अमेरिका से हथियार नहीं खरीदते हैं तो सुरक्षा कारणों से वे चीन अथवा रूस से हथियार खरीदेंगे।''
पिछले सप्ताह विदेशी मामलों पर सीनेट समिति ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि उसके सदस्य 22 अलग-अलग प्रस्ताव पेश करेंगे ताकि ट्रम्प प्रशासन सऊदी अरब और UAE को हथियार नहीं बेच सके। गौरतलब है कि अमेरिका की योजना सऊदी अरब के साथ 8.1 अरब डॉलर वाला रक्षा समझौता करना है। इस समझौते के तहत अमेरिका सऊदी को 120,000 अत्याधुनिक बम, सऊदी के एफ-15 लड़ाकू विमानों को उन्नत तकनीक से लैस करना, मोटरर, टैंक-रोधी मिसाइलें और 50 कैलिबर की राइफल देना है।