विशेषज्ञों की चेतावनीः फिर हुआ 26/11 जैसा हमला तो छिड़ जाएगा भारत-पाक युद्ध

Edited By Tanuja,Updated: 25 Nov, 2018 06:25 PM

us expert warning if 26 11 attack happen again indo pak war will start

अमेरिकी अधिकारियों ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान युद्ध की चेतावनी दी है। अमेरिकी विद्वानों और पूर्व राजदूतों व विशेषज्ञों ने चेताया है कि अगर भारत पर 26/11 जैसा हमला दोबारा हुआ तो भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध छिड़ सकता है...

वॉशिंगटन: अमेरिकी अधिकारियों ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान युद्ध की चेतावनी दी है। अमेरिकी विद्वानों, पूर्व राजदूतों और विशेषज्ञों ने चेताया है कि अगर भारत पर 26/11 जैसा हमला दोबारा हुआ तो भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध छिड़ सकता है। उन्होंने सोमवार को 2008 के मुंबई हमलों की दसवीं बरसी से पहले यह बात कही। पाकिस्तान के आंतकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों के उस हमले में अमेरिकी नागरिकों समेत करीब 166 लोग मारे गए थे।
PunjabKesari
पुलिस ने नौ आतंकियों को मार गिराया था जबकि अजमल कसाब को गिरफ्तार कर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद फांसी पर लटका दिया गया था।मुंबई हमले को 10 साल होने के बावजूद पाकिस्तान में इसके किसी भी संदिग्ध को अभी तक सजा नहीं मिली है, जो दिखाता है कि यह मामला कभी उसकी प्राथमिकता में नहीं रहा। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के पूर्व अधिकारी ब्रूस रीडल ने पी कहा, '26/11 हमले के पीड़ितों को अब भी हमले के सरगनों और पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के खिलाफ न्याय देखना बाकी है, लेकिन पाकिस्तान में ये नामुमकिन सा लगता है।' रिडेल का मानना है कि इस तरह के किसी दूसरे हमले का नतीजा दोनों देशों के बीच युद्ध हो सकता है।
PunjabKesari
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत और फिलहाल हडसन इंस्टिट्यूट में दक्षिण और मध्य एशिया के सीनियर फेलो और निदेशक हुसैन हक्कानी ने कहा कि अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट के चलते भारत में एक और आतंकी हमला होने पर हालात को कैसे काबू किया जाएगा, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। हक्कानी ने कहा कि पाकिस्तान को 26/11 हमलों के सरगनों के खिलाफ कार्रवाई का वादा निभाना चाहिए। हमलों के समय नेशनल सिक्योरिटी ऑफ द व्हाइट हाउस में दक्षिण एशिया के निदेशक रहे अनीश गोयल ने कहा कि उस वक्त भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध के हालात हमारी प्राथमिक चिंताओं में से एक थी, जिसमें हम रोकना चाहते थे।
PunjabKesari
गोयल ने बताया कि उस वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर तुरंत कार्रवाई का काफी दबाव था। उस दौरान तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश, विदेश मंत्री कोंडालीजा राइस ने ऐसी किसी भी स्थिति से बचने के लिए कई प्रयास किए थे, जिनमें भारत पाकिस्तान और अमेरिका के कई सहयोगियों को फोन कॉल करना भी शामिल है। ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगर उस तरह का एक और हमला हुआ तो इलाके में युद्ध की संभावनाएं तेजी से बढ़ जाएंगी। अधिकारी ने कहा कि मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पाकिस्तान के खिलाफ सख्ती बरत रही है, जिसमें सर्जिकल स्ट्राइक किया जाना भी शामिल है।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!