Edited By Tanuja,Updated: 15 Apr, 2021 12:41 PM
अमेरिका में 2 सांसदों ने चीन के सरकारी दमन को रोकने व उइगरों को लेकर एक नया बिल पेश किया। अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो और क्रिस कूंस ने द्विदलीय बिल में उइगरों ...
वाशिंगटन: अमेरिका में 2 सांसदों ने चीन के सरकारी दमन को रोकने व उइगरों को लेकर एक नया बिल पेश किया। अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो और क्रिस कूंस ने द्विदलीय बिल में उइगरों को प्राथमिकता के आधार पर अमेरिका में शरणार्थी का दर्जा देने की मांग की है। सांसदों ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से अनुरोध किया है कि वे चीन के शिनजियांग प्रांत के उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सहायता के लिए अतिरिक्त कदम उठाएं।
इस बिल के पास होने के बाद चीन के सरकारी दमन का सामने करने वाले उइगरों को प्राथमिकता के आधार पर अमेरिका में शरणार्थी का दर्जा दिया जा सकेगा। विधेयक पेश करने वाले सांसदों ने कहा है कि उइगर मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम से उइगर व अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए अमेरिका में पुनर्वास के लिए आवेदन करना आसान हो जाएगा। इसी तरह का एक विधेयक प्रतिनिधि सभा में सांसद टेड ड्यूच और मेरियो डियाज ने भी पेश किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के शिनजियांग प्रांत में लगभग दस लाख उइगर मुस्लिम यातना कैंपों में हैं। इन पर तरह-तरह से अत्याचार किए जा रहे हैं और महिलाओं का यौन शोषण हो रहा है।
बता दें कि पिछले माह विदेश मंत्री ब्लिंकन ने चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर के खिलाफ नरसंहार का मामला उठाया था और कहा था कि ये सच में दुनिया के लिए एक गंभीर मुद्दा है। ब्लिंकन ने कहा था कि चीन के मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामलों में हमारा रुख स्पष्ट है और हम नरसंहार को मानवाधिकारों के उल्लंघन के तौर पर देखते हैं। ब्लिंकन ने कहा कि इस मुद्दे पर पूरी दुनिया को एकजुट होना होगा।