Edited By Tanuja,Updated: 09 Jun, 2021 02:52 PM
अमेरिका द्वारा चीन में आयोजित होने जा रहे विंटर ओलंपिक विरोध तलातार बढ़ता जा रहा है। हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के शीर्ष अमेरिकी सांसदों ...
वॉशिंगटनः अमेरिका द्वारा चीन में आयोजित होने जा रहे विंटर ओलंपिक विरोध तलातार बढ़ता जा रहा है। हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने चीन में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार के हनन को लेकर एक प्रस्ताव पेश किया व अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) से 2022 के शीतकालीन खेलों को स्थानांतरित करने का आग्रह किया गया। इससे पहले यह प्रस्ताव 9 अन्य देशों ब्रिटेन, जर्मनी, बेल्जियम, स्वीडन, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, लिथुआनिया, इटली, चेक गणराज्य में भी पेश किया जा चुका है और यूरोपीय संघ की संसद ने एक समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रयास में इसी तरह की कार्रवाई की मांग की है।
अमेरिकी कांग्रेस में सोमवार को पेश किए गए इस प्रस्ताव में IOC से शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन को लेकर ओलंपिक खेलों के संबंध में अपनी नीतियों को सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करने का आग्रह किया गया है। इससे पहले यूरोप और उत्तरी अमेरिका के देशों के राजनेताओं के एक समूह ने संयुक्त समन्वित विधायी कार्रवाई के अधीन “मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन” का हवाला देते हुए 2022 के बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक खेलों के राजनयिक बहिष्कार का आह्वान किया ।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार इस कार्रवाई का उद्देश्य सरकारों, निर्वाचित अधिकारियों और राष्ट्राध्यक्षों पर अगले साल के ओलंपिक के निमंत्रण को अस्वीकार करने का दबाव बनाना है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के उपाध्यक्ष टॉम मालिनोवस्की ने एक बयान में कहा कई लोकतांत्रिक देशों के विधायकों द्वारा यह समन्वित प्रयास एक कड़ा संदेश है जिसे IOC अनदेखा नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि IOC यदि सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंताओं पर टोक्यो खेलों को स्थगित करने पर चर्चा कर सकता है तो निश्चित रूप से चीन के हिरासत शिविरों में लाखों लोगों के सामूहिक कारावास के मुद्दे पर भी कदम उठा सकता है और खेलों का स्थान स्थानांतरित कर सकता है।