Edited By Tanuja,Updated: 23 May, 2018 12:55 PM
पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की पनाहगाह है लेकिन एक तथ्य ये भी है कि पाकिस्तान में पिछले 15 सालों में औसतन हर दिन 12 लोगों को आतंकवादियों ने मारा है। यानी पाकिस्तान ने जो जहर घोला था, अब वो खुद उसका शिकार हो रहा है...
वॉशिंगटनः पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की पनाहगाह है लेकिन एक तथ्य ये भी है कि पाकिस्तान में पिछले 15 सालों में औसतन हर दिन 12 लोगों को आतंकवादियों ने मारा है। यानी पाकिस्तान ने जो जहर घोला था, अब वो खुद उसका शिकार हो रहा है। अमरीका के स्टेट डिपार्टमैंट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2016 में दुनियाभर में 11,072 आतंकी हमले हुए। इनका नतीजा 25,600 लोगों की मौत के तौर पर सामने आया। वहीं इन हमलों में करीब 33,800 लोग जख्मी हुए थे।
ग्लोबल टेरेरिज्म डाटाबेस के मुताबिक, 2016 में 75 फीसदी आतंकी हमले सिर्फ दुनिया के 10 देशों में हुए। इनमें इराक, अफगानिस्तान, भारत, पाकिस्तान, फिलीपीन्स, सोमालिया, तुर्की, नाइजीरिया, यमन और सीरिया शामिल हैं। 21 मई 1991 को देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या तमिल टाइगर्स ने कर दी थी। तभी से हर साल 21 मई को एंटी टेररिज्म डे मनाया जाता है।
ग्लोबल टेररिज्म इन्डेक्स 2017 की रिपोर्ट में आतंकवाद से जूझ रहे टॉप 50 देशों की रैंकिग दी गई है, जिसमें ईराक सबसे ऊपर है। इसके बाद अफगानिस्तान, नाइजीरिया, सीरिया और पाकिस्तान के नाम आते हैं।ईराक में 2016 आतंवाद के लिए सबसे बुरा साल रहा। यहां इस साल अकेले 2965 आतंकी हमले हुए। आतंकवाद के मामले में ईराक के लिए सबसे बुरा साल 2016 रहा। इस साल अचानक आतंकवाद से होने वाली मौत 40 फीसदी बढ़ गई। हुईं