Edited By Tanuja, Updated: 22 Jan, 2022 10:30 AM

चीन द्वारा अमेरिकी विमानन कंपनियों की उड़ानों को रद्द किए जाने का दबाव बनाए जाने के जवाब में अमेरिका ने चीनी विमानन कंपनियों की 44 उड़ानें बाधित कर दी ...
वाशिंगटनः अमेरिका और चीन के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है। अमेरिकी सरकार ने शुक्रवार को चीन जाने वाली उड़ानों को रद्द करने का फैसला लिया, जो 30 जनवरी से लागू हो जाएगा। दरअसल, कुछ दिन पहले ही चीन ने कोरोना का हवाला देते हुए कुछ अमेरिकी उड़ानों को रद्द कर दिया था। अब अमेरिका ने इसका जवाब दिया है।
चीन द्वारा अमेरिकी विमानन कंपनियों की उड़ानों को रद्द किए जाने का दबाव बनाए जाने के जवाब में अमेरिका ने चीनी विमानन कंपनियों की 44 उड़ानें रोक दी हैं। अमेरिकी परिवहन विभाग के शुक्रवार के आदेश से चीन की चार विमानन कंपनियां प्रभावित होंगी। इससे कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों को लेकर दोनों देशों के बीच चल रहा पुराना विवाद और बढ़ गया है। जो बाइडेन प्रशासन के इस फैसले से चीन की शियामेन एयरलाइंस, एयर चाइना, चाइना सदर्न एयरलाइंस और चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस करियर पर असर होगा।
चीन ने डेल्टा एयरलाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस के कुछ यात्रियों के वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद इन विमानन कंपनियों की उड़ानों के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। अमेरिका ने कहा है कि चीन के कदमों ने किसी अन्य देश की विमानन कंपनियों की हर देश में पहुंच संबंधी संधि का उल्लंघन किया है।
परिवहन विभाग ने कहा कि चीन का अमेरिकी विमानन कंपनियों की 44 उड़ान बाधित करने का फैसला ‘‘जनहित के विरुद्ध है और इसके खिलाफ विभाग को समान अनुपात में जवाबी कार्रवाई करने की आवश्यकता है।'' अमेरिकी आदेश के तहत 30 जनवरी से 29 मार्च के बीच एयर चाइना, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस, चाइना सदर्न एयरलाइंस और शियामेन एयरलाइंस की 44 उड़ान रद्द की जाएंगी।