Edited By Tanuja,Updated: 02 Jun, 2018 11:28 AM
अमरीका और चीन के बीच दक्षिण चीन सागर को लेकर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को अमरीका ने चीन को अब बड़ी धमकी देते हुए कहा कि हमारे पास प्रशांत महासागर में कई द्वीप तबाह करने का अनुभव है...
वॉशिंगटनः अमरीका और चीन के बीच दक्षिण चीन सागर को लेकर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को अमरीका ने चीन को अब बड़ी धमकी देते हुए कहा कि हमारे पास प्रशांत महासागर में कई द्वीप तबाह करने का अनुभव है। ये बयान ऐसे समय में आया है जब डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन बीजिंग पर उत्तर कोरिया को लेकर दबाव बना रहा है। बता दें चीनी मीडिया ने दावा किया था कि 18 मई को दक्षिण चीन सागर के विवादित द्वीप पर चीन ने लड़ाकू विमान उतारे थे। तब अमरी ने चीन के इस कदम पर दोनों देशों में तनाव बढ़ने की बात कही थी।
CNN के मुताबिक, ये बयान दक्षिण चीन सागर के विवादित द्वीप के लेकर लेफ्टिनेंट जनरल केनेथ मैकेंजी ने दिया है। दक्षिण सागर चीन के एक बड़े इलाके पर चीन दावा करता है जबिक अमरीका इसे समुद्री आवागमन की आजादी को सीमित करने का कदम कहता है और अक्सर इस तरह के अभियानों के जरिए विरोध जाहिर करता रहा है। मई के अखिरी हफ्ते में अमरीका ने दो जंगी जहाजों को पार्सेल आईलैंड के करीब 12 नॉटिकल मील तक भेजा था। इन जहाजों पर गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर और गाइडेड मिसाइल क्रूजर थे। अमरीका ने अपनी ताकत दिखाने के लिए पहली बार उसने एक से अधिक जहाज को यहां भेजा है।
अमरीका के कड़े रुख पर चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने भी बयान जारी किया। गुरुवार को प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि अमरीका का चीन पर समुद्री सैन्याभ्यास का आरोप उसी तरह है जैसे चोर चोरी करके रोता है। उस ये बंद कर देना चाहिए। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अमरीका अपने जहाज दक्षिण चीन सागर में क्यों लेकर आता है अाखिर वो करना क्या चाहता है? बता दें अमेरिका दक्षिण चीन सागर में नियमित रूप से फ्रीडम ऑफ नेविगेशन ऑपरेशन का संचालन कर रहा है। हाल ही में किए गए ऑपरेशन के दौरान अमरीका ने चीनी जहाजों को गलत तरह से अपने जहाजों के करीब आने की बात कही थी।