Edited By shukdev,Updated: 09 May, 2018 05:45 AM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ हुए ऐतिहासिक परमाणु समझौते से मंगलवार को अमरीका के अलग होने की घोषणा की। ओबामा के समय के इस समझौते की ट्रंप पहले ही कई बार आलोचना कर चुके हैं। ट्रंप ने कहा , ‘मेरे लिए यह स्पष्ट है कि हम ईरान के परमाणु...
वाशिंगटन : अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ हुए ऐतिहासिक परमाणु समझौते से मंगलवार को अमरीका के अलग होने की घोषणा की। ओबामा के समय के इस समझौते की ट्रंप पहले ही कई बार आलोचना कर चुके हैं। ट्रंप ने कहा , ‘मेरे लिए यह स्पष्ट है कि हम ईरान के परमाणु बम को नहीं रोक सकते। ईरान समझौता मूल रूप से दोषपूर्ण है। इसलिए , मैं आज ईरान परमाणु समझौते से अमरीका के हटने की घोषणा कर रहा हूं। ’
इसके कुछ क्षण बाद उन्होंने ईरान के खिलाफ ताजा प्रतिबंधों वाले दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए और देशों को ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर उसके साथ सहयोग करने के खिलाफ चेताया। अपने चुनाव प्रचार के समय से ही ट्रंप ने ओबामा के समय के ईरान परमाणु समझौते की कई बार आलोचना की है। उन्होंने समझौते को खराब बताया था। इस समझौते के वार्ताकार तत्कालीन अमरीकी विदेश मंत्री जॉन केरी थे।
जुलाई 2015 में ईरान और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों एवं जर्मनी तथा यूरोपीय संघ के बीच वियना में ईरान परमाणु समझौता हुआ था। ट्रंप के फैसले का दुनियाभर में प्रभाव होगा। इससे ईरान की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी और पश्चिमी एशिया में तनाव बढ़ेगा। इसराइल के प्रधानमंत्री बेन्जामिन नेतन्याहू ने भी समझौते से हटने के अमरीका के इस कड़े क़दम का समर्थन किया है।