Edited By Ashish panwar,Updated: 24 Jan, 2020 10:26 PM
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के मुख्य महाभियोग प्रबंधक एडम शिफ ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पद से बर्खास्त करने की गुजारिश की है। उन्होंने कहा है कि ट्रंप ने अपने हितों को देश हित से ऊपर रखा ऐसे में उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही विपक्षी...
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के मुख्य महाभियोग प्रबंधक एडम शिफ ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पद से बर्खास्त करने की गुजारिश की है। उन्होंने कहा है कि ट्रंप ने अपने हितों को देश हित से ऊपर रखा ऐसे में उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने सुनवाई के दौरान एकसुर में कहा है कि ट्रंप ने राजनीतिक लाभ के लिए खुलेआम अपनी ताकत का दुरुपयोग किया। शिफ ने कहा कि अमेरिकी लोगों को ऐसे राष्ट्रपति की जरूरत है, जिस पर वे भरोसा कर सकें और जो उनके हितों को प्राथमिकता दे। शिफ की अभियोजन टीम ने दलीलें पेश करते हुए कहा कि ट्रंप ने सियासी लाभ के लिए खुलेआम और खतरनाक तरीके से अपनी ताकत का दुरुपयोग किया। महाभियोग की सुनवाई के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को सदन के अभियोग प्रबंधकों ने दलीलें पेश करते हुए रिपब्लिकन पार्टी के उस दावे को खारिज करने की कोशिश की जिसमें दावा किया गया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ गलत नहीं किया।
न्यायाधीशों के रूप में बैठे 100 सीनेटरों के बीच अभियोजकों ने अपने आरोपों के पक्ष में पुराने वीडियो क्लिपिंग दिखाई जिनमें राष्ट्रपति के दो बचावकर्ता कह रहे हैं कि सत्ता का दुरुपयोग ऐसा अपराध है जिसमें महाभियोग चलाया जा सकता है। महाभियोग प्रबंधकों में से एक और प्रतिनिधि सभा की न्यायिक समिति के अध्यक्ष जेरी नाडलर ने भी ट्रंप के खिलाफ पुरजोर तरीके से दलील दी। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अपने निजी हित के लिए दूसरे देश से अमेरिका के चुनाव में दखल देने की गुजारिश करके अपने कार्यालय और पद की ताकत का दुरुपयोग किया। ऐसा करना शपथ ग्रहण का भी उल्लंघन है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ अपने पद का दुरुपयोग करते हुए यूक्रेन पर डेमोक्रेटिक नेता जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन के खिलाफ जांच के लिए दबाव बनाने के आरोप लगे हैं। उन पर कांग्रेस की जांच को बाधित करने का भी आरोप है। महाभियोग सुनवाई की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स कर रहे हैं। वैसे डेमोक्रेट्स के ट्रंप को व्हाइट हाउस से बाहर निकालने में सफल होने की उम्मीद कम है। ऐसा इसलिए क्योंकि 100 सदस्यीय सीनेट में 53 सदस्य रिपब्लिकन जबकि महज 47 डेमोक्रेट हैं। ऐसे में काफी संभावना है कि ट्रंप के खिलाफ यह प्रस्ताव गिर जाएगा।