Edited By vasudha,Updated: 08 Dec, 2020 05:01 PM
वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने कहा कि दरों, शुल्कों, स्पेक्ट्रम की उपलब्धता और कीमतों को लेकर कई चुनौतियां हैं, लेकिन सरकार के समर्थन और मौजूदा प्रगतिशील नीतियों से दूरसंचार क्षेत्र ‘सफलता की कहानी'' लिखने में सफल रहेगा। वोडाफोन आइडिया के मुख्य...
बिजनेस डेस्क: वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने कहा कि दरों, शुल्कों, स्पेक्ट्रम की उपलब्धता और कीमतों को लेकर कई चुनौतियां हैं, लेकिन सरकार के समर्थन और मौजूदा प्रगतिशील नीतियों से दूरसंचार क्षेत्र ‘सफलता की कहानी' लिखने में सफल रहेगा। वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रविंदर टक्कर ने कहा कि कई पहलू मसलन भारत-केंद्रित 5जी का इस्तेमाल, सबसे नीचे के वर्ग या बिना ब्रॉडबैंड पहुंच और बिना स्मार्टफोन वाले लोगों तक डिजिटल संपर्क पहुंचाना एक उम्मीद पैदा करता है।
टक्कर ने कहा कि वीआईएल अपनी दीर्घावधि की प्रतिबद्धता और निवेश के बेहतर रिकॉर्ड के जरिये इन अवसरों का लाभ उठाने को तैयार है। टक्कर ने मंगलवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ चुनौतियां भी हैं। ये दरों, शुल्कों, स्पेक्ट्रम की उपलब्धता और मूल्य से जुड़ी हैं। सरकार इन चीजों को समझती है और वह एक प्रगतिशील राष्ट्रीय डिजिटल संचार नीति लेकर आई है। अब सरकार इस नीति का क्रियान्वयन कर रही है।
वोडाफोन आइडिया के सीईओ ने कहा कि मुझे भरोसा है कि सरकार के समर्थन से उद्योग और हमारी कंपनी अगले 25 साल तक भी सफलता की कहानी लिखने में सफल रहेगी। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में निचले फोन घनत्व का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में फोन घनत्व सिर्फ 59 प्रतिशत है जबकि शहरो में यह 134 प्रतिशत है। साथ ही उन्होंने कहा कि 45 करोड़ मौजूदा मोबाइल ग्राहक ब्रॉडबैंड से नहीं जुड़े हैं या उनके पास स्मार्टफोन नहीं है।