Edited By Tanuja,Updated: 16 Apr, 2021 11:28 AM
कट्टरपंथी इस्लामवादी पार्टी के नेता की गिरफ्तारी के खिलाफ पाकिस्तान में उग्र प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने देश के सबसे बड़े शहर कराची सहित कई प्रमुख पाकिस्तानी शहरों में सड़कों को अवरुद्ध कर दिया...
इस्लामाबादः कट्टरपंथी इस्लामवादी पार्टी के नेता की गिरफ्तारी के खिलाफ पाकिस्तान में उग्र प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने देश के सबसे बड़े शहर कराची सहित कई प्रमुख पाकिस्तानी शहरों में सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने लाहौर और रावलपिंडी सहित सभी प्रमुख शहरों में सड़कों पर जमकर कर उत्पात मचाया जिससे देश में युद्ध जैसे हालत दिखे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हिंसा कि तस्वीरों और वीडियो देखकर एक यूजर ने लिखा कि पाकिस्तान में युद्ध जैसी स्थिति है और नियंत्रण से बाहर है क्योंकि लाखों प्रदर्शनकारी इमरान खान सरकार और पाक सेना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं।
क्या है मामला
पाकिस्तान में फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के बीच हिंसा भड़क गई। राजधानी इस्लामाबाद सहित कई शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं । इतना ही नहीं कई जगहों पर पुलिसवालों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया । दरअसल प्रदर्शनकारियों के बेकाबू होने की वजह इस्लामवादी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान पार्टी (TLP) के नेता साद रिजवी की गिरफ्तारी है। गिरफ्तारी की खबर आम होते ही बड़े पैमाने पर हिंसा शुरू हो गई और इमरान खान सरकार उपद्रवियों के सामने बेबस नजर आई। TLP समर्थकों ने फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के लिए इमरान खान सरकार को 20 अप्रैल तक का समय दिया था लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने सोमवार को पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिजवी को गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद TLP ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए। पाक में हिंसा व झड़पों के दौरान अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
उलटा पड़ा इमरान सरकार का दाव
फ्रांस में ईशनिंदा वाले कुछ प्रकाशनों को लेकर TLP के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि फ्रांसीसी राजदूत को तुरंत निष्कासित किया जाए। विरोध-प्रदर्शन की आग को दबाने के लिए पुलिस ने TLP के नए चीफ साद रिजवी को गिरफ्तार किया लेकिन इसका उल्टा असर देखने को मिला और बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और हिंसा शुरू हो गई। इस हिंसा में एक पुलिसकर्मी की हत्या हो गई जबकि TLP का दावा है कि पुलिस की गोलीबारी में उसके 12 कार्यकर्ताओं की मौत हुई है।
फ्रांसीसी नागरिकों को पाकिस्तान छोड़ने की सलाह
इस बीच फ्रांस के दूतावास ने पाकिस्तान में सभी फ्रांसीसी नागरिकों को अस्थायी रूप से देश छोड़ने की सलाह दी है। फ्रांस ने यह कदम पाकिस्तान में कट्टरपंथी धार्मिक संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) द्वारा किए जा रहे हिंसक प्रदर्शन के बाद उठाया है। उसने कहा है कि पाकिस्तान में फ्रांसीसी नागरिकों पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। फ्रांसीसी दूतावास ने एक ईमेल के जरिये बताया है कि गंभीर खतरे को देखते हुए पाक के किसी भी हिस्से में रहने वाले फ्रांस के नागरिक तुरंत दूसरे देश में रवाना हो जाएं।