Edited By ,Updated: 08 Feb, 2017 01:10 PM
अमरीकी प्रशासन एक ऐसे प्रस्ताव पर विचार कर रहा है जिसके अंतर्गत ईरान के सबसे ताकतवर सुरक्षा निकाय इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर(आईआरजीसी)...
वाशिंगटन:अमरीकी प्रशासन एक ऐसे प्रस्ताव पर विचार कर रहा है जिसके अंतर्गत ईरान के सबसे ताकतवर सुरक्षा निकाय इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर(आईआरजीसी)को आतंकवादी संगठन की सूची में डाला जा सकता है।अमरीकी अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में अमरीकी सरकार ने कई एजेंसियों से विचार विमर्श किया है और यदि इस प्रस्ताव को लागू किया गया तो आईआरजीसी पर पाबंदी अथवा प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं यह संगठन सबसे मजबूत है और ईरान की अर्थव्यस्था तथा राजनीतिक क्षेत्र में इसका काफी दखल है।अगर इस प्रस्ताव को मूर्त रूप दिया जाता है तो इससे इराक में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ अमरीकी संघर्ष और अधिक जटिल हो जाएगा क्योंकि वहां के शिया मिलिशिया को ईरान तथा आईआरजीसी का समर्थन हासिल है और ये सुन्नी जिहादी समूहों के खिलाफ संघर्ष कर रहें हैं।
गौरतलब है कि आईआरजीसी से संबद्ध दर्जनों संस्थान और लोगों को अमरीका ने पहले ही प्रतिबंधित सूची में डाल रखा है।वर्ष 2007 में अमरीकी वित्त मंत्रालय ने इस संगठन से जुड़ी कुद्स फोर्स को आतंकवाद को वित्तीय सहायता देने के लिए जिम्मेदार ठहराया था लेकिन यदि अब पूरे संगठन को ही आतंकवादी करार दिया जाता है तो इसके काफी व्यापक परिणाम होंगे जिसमें पिछले वर्ष ईरान और अमरीका के बीच परमाणु समझौता तथा अन्य मुद्दे प्रभावित हो सकते हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई वाला नया अमरीकी प्रशासन ईरान को अमरीकी हितों के लिए सबसे अधिक खतरा मानता है और अब वे इस दिशा में कुछ ठोस करने के लिए कोई न कोई बहाना तलाश रहे हैं।हालांकि कुछ अमरीकी अधिकारियों का मानना है कि आईआरजीसी पर प्रतिबंध लगाने से स्थिति और भड़क सकती है और इससे कट्टरपंथी मुस्लिम नेताओं को अमरीका के खिलाफ एकजुट होने में मदद मिल सकती है।