Edited By Tanuja,Updated: 23 Oct, 2021 03:04 PM
अफगानिस्तान में तालिबान सरकार द्वारा अपने किसी भी वादे पर ध्यान न देने पर अफगान नागिरकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। तालिबान के फैसलों के ...
काबुलः अफगानिस्तान में तालिबान सरकार द्वारा अपने किसी भी वादे पर ध्यान न देने पर अफगान नागिरकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। तालिबान के फैसलों के खिलाफ देश की महिलाएं व लड़कियां सड़कों पर उतर आई हैं और लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिंबधों के चलते स्कूल बंद करने और अन्य आर्थिक समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। खामा प्रेस ने बताया कि अफगानिस्तान में बढ़ते मानवीय संकट के बीच विदेश मंत्रालय के पास महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि इस दौरान तालिबान रैली को कवर करने वाले पत्रकारों पर हमला कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, "तालिबान उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे थे और जो भी हो रहा था उसकी तस्वीरें या वीडियो लेने वाले पर पीट रहे थे।" प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि रैली में शामिल महिलाओंको तालिबान ने दूसरी गली में जाने के लिए मजबूर किया। प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि तालिबान ने प्रदर्शन को कवर करने की कोशिश करने वाले पत्रकारों के उपकरण भी जब्त कर लिए हैं।
बता दें कि अगस्त के मध्य में अफगानिस्तान पर कब्जा करने के तुरंत बाद तालिबान ने इस्लामी मानदंडों के अनुसार महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने और महिलाओं को अध्ययन और काम करने में सक्षम बनाने के लिए नियम विकसित करने का वचन दिया था जबकि हकीकत इशके बिल्कुल विपरीत है। पिछले हफ्ते, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने दुनिया से देश के लिए "बनाने या तोड़ने" के क्षण में कार्रवाई करने का आग्रह किया था। गुटेरेस ने मंगलवार से पहले न्यूयॉर्क में पत्रकारों से कहा, "अगर हम इस तूफान से निपटने के लिए अफगानों की मदद नहीं करते हैं तो न केवल उन्हें बल्कि पूरी दुनिया को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।"